Edited By Swati Sharma, Updated: 23 Jun, 2023 04:27 PM

लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ मजबूत मोर्चेबंदी के लिए 15 भाजपा विरोधी दलों का पटना में महाजुटान हुआ। वहीं, बैठक के दौरान पटना में देशरत्न मार्ग के पास सभी पार्टियों के समर्थक भी पहुंचे। उन्हीं समर्थकों में हरियाणा से एक...
पटनाः लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ मजबूत मोर्चेबंदी के लिए 15 भाजपा विरोधी दलों का पटना में महाजुटान हुआ। वहीं, बैठक के दौरान पटना में देशरत्न मार्ग के पास सभी पार्टियों के समर्थक भी पहुंचे। उन्हीं समर्थकों में हरियाणा से एक समर्थक दिनेश शर्मा बिना चप्पल के 12 साल से हैं। राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा में भी वो उनके साथ पैदल चले थे। उनका कहना है कि देश जब भाजपा मुक्त होगा तभी वो पैर में चप्पल पहनेंगे।

बता दें कि बिहार के इस बैठक की मेजबानी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की। यह बैठक मुख्यमंत्री आवास ‘1 अणे मार्ग’ पर हुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में हुई इस बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (डीएमके) के प्रमुख और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सहित कई बड़े नेता शामिल हुए।

गौरतलब हो कि विपक्ष ने अपनी बैठक के लिए पटना को चुना था, क्योंकि यह 1974 में जयप्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति के आह्वान का प्रतिनिधित्व करता है जिसने इंदिरा गांधी की बहुमत सरकार को गिरा दिया था।