Edited By Swati Sharma, Updated: 16 Sep, 2023 11:46 AM

बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने शनिवार को झंझारपुर की रैली में आ रहे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से 11 सवाल किया और कहा कि राज्य की जनता इसका जवाब सुनना चाहती है।
पटनाः बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने शनिवार को झंझारपुर की रैली में आ रहे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से 11 सवाल किया और कहा कि राज्य की जनता इसका जवाब सुनना चाहती है।
'जनता गृहमंत्री के भाषणों में एक ही बात सुन-सुन कर ऊब चुकी है'
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता राजीव रंजन ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि चुनावी पर्यटन पर बिहार आ रहे श्री अमित शाह अपनी हर रैली में एक ही बात बोलकर चले जाते हैं। बिहार का बच्चा-बच्चा जान चुका है कि राज्य सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार करने और अपनी पीठ खुद थपथपाने के अलावा उनके भाषण में कुछ और नहीं रहता। इस बार गृहमंत्री से गुजारिश है कि वह झूठ का पुलिंदा फाड़ने के बजाए कुछ नया बोलकर जाएं। रंजन ने कहा कि गृहमंत्री को यह समझना चाहिए कि बिहार की जनता उनके भाषणों में एक ही बात सुन-सुन कर ऊब हो चुकी है इसीलिए पैसे खर्च करने के बाद भी उनकी रैलियों में भीड़ नहीं जुटती है।
जदयू ने पूछे ये सवाल
राजीव रंजन ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री को समझना चाहिए कि बिहार की जनता के मन में भी कुछ प्रश्न हैं जिनका उत्तर वह उनसे सुनना चाहती है। उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि यह सवाल उन्हें चुभेंगे फिर भी उनसे अनुरोध है कि बिहार की जनता के मन में उठ रहे इन प्रश्नों का जवाब वह अपनी रैली में जरूर दे कर जाएं। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता शाह से जानना चाहती है कि 2022 तक किसानों की आमदनी दुगनी करने के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी का वादा अभी तक पूरा क्यों नहीं हुआ और हर साल 2 करोड़ युवाओं को नौकरी देने के वादे का क्या हुआ। उन्होंने कहा कि शाह को यह भी बताना चाहिए कि कच्चे तेल की कीमत में रिकॉर्ड गिरावट के बाद भी तेल के दाम क्यों कम नहीं हुए, आम लोगों के बजाए इसका लाभ कंपनियों को क्यों और किसके कहने पर दिया जा रहा है ।