Edited By Swati Sharma, Updated: 21 Feb, 2024 05:17 PM

सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भले ही शिक्षा विभाग के अधिकारी केके पाठक (KK Pathak) की तारीफ कर रहे हो, लेकिन उनके पार्टी के ही नेता केके पाठक के काम पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। विधान परिषद में केके पाठक को लेकर जेडीयू और बीजेपी के नेताओं ने जमकर...
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भले ही शिक्षा विभाग के अधिकारी केके पाठक (KK Pathak) की तारीफ कर रहे हो, लेकिन उनके पार्टी के ही नेता केके पाठक के काम पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। विधान परिषद में केके पाठक को लेकर जेडीयू और बीजेपी के नेताओं ने जमकर हंगामा किया।
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केके पाठक को मानसिक बीमारी हो गई है: जदयू
जेडीयू एमएलसी गुलाम गौस ने कहा कि केके पाठक को मानसिक बीमारी हो गई है। उन्होंने कहा कि ऐसे पदाधिकारियो पर कार्रवाई होनी चाहिए। सीएम नीतीश कुमार द्वारा केके पाठक को ईमानदार बताएं जाने पर गुलाम गौस ने कहा कि केके पाठक शिक्षकों के साथ जो व्यवहार कर रहे है, वह कही से उचित नहीं है। ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। उनकी मानसिक स्थिति की मेडिकल जांच करानी चाहिए। यदि इलाज की जरूरत पड़े तो इलाज के लिए रांची या आगरा मानसिक अस्पताल में करानी चाहिए।
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बता दें कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के वायरल वीडियो पर विधानमंडल के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। बीजेपी एमएलसी संजय मयूख ने विधान परिषद की कार्रवाई के दौरान केके पाठक के वायरल वीडियो को लेकर सदन में सवाल किया। संजय मयूख ने कहा केके पाठक हमारे गुरुजनों का अपमान कर रहे हैं। हमने अपने विद्यालय में गुरुजनों से शिक्षा ग्रहण की है और उन गुरुओं को अधिकारी इस तरह से अपमानित कर रहे हैं। वह बर्दाश्त नहीं होगा। मामले को हम लोगों ने सदन में उठाया है। सभापति ने हमें आश्वासन दिया है कि पांच सदस्य टीम वायरल वीडियो की जांच करेगी। यदि उनमें वह दोषी पाए जाते हैं तो सदन उन पर कार्रवाई करेगा।