Edited By Swati Sharma, Updated: 21 Feb, 2024 11:38 AM
मंगलवार को बिहार विधान परिषद में सीपीआई एमएलसी संजय कुमार सिंह ने सवाल उठाया कि शिक्षा विभाग के एक पदाधिकारी मनमानी कर रहे हैं। उन्होंने उस पत्र का भी हवाला दिया, जिसके तहत संघ, संगठन बनाने पर रोक लगाई गई। राज भवन के उस पत्र को भी सदन के सामने रखा,...
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): मंगलवार को बिहार विधान परिषद में सीपीआई एमएलसी संजय कुमार सिंह ने सवाल उठाया कि शिक्षा विभाग के एक पदाधिकारी मनमानी कर रहे हैं। उन्होंने उस पत्र का भी हवाला दिया, जिसके तहत संघ, संगठन बनाने पर रोक लगाई गई। राज भवन के उस पत्र को भी सदन के सामने रखा, जिसमें कहा गया कि बिहार सरकार के नियम का उल्लंघन किया जा रहा है।
"लोकतंत्र के मंदिर बिहार विधान परिषद को दिखाया गया अंगूठा"
एमएलसी ने राजभवन द्वारा लिखे पत्र को पढ़कर भी सदन में सुनाया, जिसमें कहा गया है कि फंडामेंटल राइट का उल्लंघन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के मंदिर बिहार विधान परिषद को अंगूठा दिखाया गया है। मैं चुनौती दे रहा हूं कि कई ऐसे पत्र उन्होंने जारी किए हैं, जो मनमानी भरे हैं। ऐसे पत्रों को राज्य सरकार तुरंत निरस्त करे। संजय कुमार सिंह ने कहा कि राजधानी के एक बड़े डॉक्टर ने भी उनको लेकर गंभीर बयान दिया था। इसकी जानकारी उन्होंने सदन को दी कि विधान परिषद की विशेषाधिकार समिति को मामला दिया गया है कि उनका पेंशन रोका गया है। संजय कुमार ने कहा कि मैं यहां दूसरी बात कर रहा हूं कि उन्होंने जो कई पत्र जारी किए हैं, वह गलत तरीके से जारी किए गए हैं, इसे निरस्त किया जाए।
अपर मुख्य सचिव ने संजय कुमार सिंह का रोक दिया था पेंशन
सीपीआई के एमएलसी संजय कुमार सिंह ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को हटाने की मांग भी सदन में रखी। बता दें कि पिछले दिनों अपर मुख्य सचिव ने एमएलसी संजय कुमार सिंह का पेंशन रोक दिया था। वे शिक्षकों के संगठन से भी जुड़ें हैं।