Edited By Swati Sharma, Updated: 12 May, 2023 11:40 AM

नीरज कुमार ने आरसीपी सिंह को राजनीति का विभीषण तक बता दिया। वही आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि अब आरसीपी सिंह एक्सपायरी दवा हो चुके हैं। एक्सपायरी दवा से इलाज भी नहीं होता है। आरसीपी सिंह के बीजेपी में चले जाने से बिहार में कोई फर्क नहीं...
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): एक ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा को मात देने के लिए विपक्षी एकता को एकजुट करने की मुहिम में लगे हैं। वहीं दूसरी ओर उनकी पार्टी जदयू का कुनबा बिखरने लगा है। गुरुवार को जदयू के 2 नेताओं ने भाजपा का दामन थाम राजनीति गलियारों की सरगर्मी को बढ़ा दिया है। आरसीपी सिंह के भाजपा के साथ चले जाने पर जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि आरसीपी सिंह जब जेडीयू में थे तब उनका सिर्फ शरीर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ था, जबकि उनकी आत्मा तो बीजेपी में बसती थी।
आरसीपी एक्सपायरी दवा हो चुकेः मृत्युंजय तिवारी
नीरज कुमार ने आरसीपी सिंह को राजनीति का विभीषण तक बता दिया। वही आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि अब आरसीपी सिंह एक्सपायरी दवा हो चुके हैं। एक्सपायरी दवा से इलाज भी नहीं होता है। आरसीपी सिंह के बीजेपी में चले जाने से बिहार में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। मृत्युंजय तिवारी ने बीजेपी पर भी हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी के पास कोई नेता नहीं है। जो भी नेता है वह लालू प्रसाद यादव या फिर नीतीश कुमार के नर्सरी से ही निकले हुए सभी नेता हैं। बता दें कि सबसे पहले दिल्ली में जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह भाजपा में शामिल हुए। वहीं दूसरी ओर पटना में जदयू नेत्री सुहेली मेहता ने भी भाजपा का दामन थाम लिया।
गौरतलब हो कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद आरसीपी सिंह ने जदयू का साथ छोड़ दिया था। ऐसी कयास लगाई जा रही थी कि आरसीपी सिंह भाजपा में जा सकते हैं और अब इस मुहर भी लग गई। वही सुहेली मेहता बिहार सरकार में राजद कोटे की मंत्री आलोक मेहता की बहन है। वो काफी वक्त से जदयू में नाराज़ चल रही थी। अब देखना होगा कि भाजपा में आने के बाद इन नेताओं को क्या नई जिम्मेवारी मिलती है।