Edited By Swati Sharma, Updated: 26 Dec, 2025 11:52 AM

Liquor recovered in Saharsa: यूं तो बिहार में पूर्ण शराबबंदी है, लेकिन शराबबंदी की सच्चाई किसी से छिपी नहीं है। आए दिन शराब तस्कर नए -नए तरीकों से शराब की तस्करी कर रहे हैं। हालांकि, पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम भी शराब कारोबारियों के मंसूबे को...
Liquor recovered in Saharsa: यूं तो बिहार में पूर्ण शराबबंदी है, लेकिन शराबबंदी की सच्चाई किसी से छिपी नहीं है। आए दिन शराब तस्कर नए -नए तरीकों से शराब की तस्करी कर रहे हैं। हालांकि, पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम भी शराब कारोबारियों के मंसूबे को नाकाम करते नजर आती है। ताजा मामला सहरसा जिले से सामने आया है, जहां पर उत्पाद विभाग की टीम ने सहरसा-बेंगलुरू एक्सप्रेस से 181 बोतल शराब के साथ आठ तस्करों को गिरफ्तार किया है।
आठ आरोपी गिरफ्तार
जानकारी के मुताबिक, सहरसा आरपीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि सहरसा-बेंगलुरू एक्सप्रेस से भारी मात्रा में अवैध शराब लाई जा रही है। बुधवार की शाम जैसे ही ट्रेन सहरसा स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या-2 पर पहुंची तो पहले से ही तैयार रेल सुरक्षा बल एवं उत्पाद विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से जांच अभियान चलाया। ट्रेन के आगमन के बाद विभिन्न एसी कोचों की तलाशी ली गई। तलाशी कौ दौरान कई कोच से अवैध रूप से रखी शराब की 181 बोतल बरामद हुई। इसके साथ ही शराब के काले धंधे में संलिप्त एसी कोच अटेंडेंट, बेडरोल सुपरवाइजर समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए सभी कोच अटेंडेंट स्थानीय हैं। बरामद शराब की कीमत 1.25 लाख से अधिक है।
बताया जा रहा है कि बेड रोल कर्मियों ने केबिन में अपने सोने-बैठने की जगह पर शराब की खेप छुपा रखी थी। आरपीएफ पोस्ट सहरसा के प्रभारी निरीक्षक धनंजय कुमार ने बताया कि यह कार्रवाई ‘ऑपरेशन सतर्क’ के तहत की गई है और इस तरह के अभियान आगे भी लगातार जारी रहेंगे।