Edited By Swati Sharma, Updated: 04 Jan, 2025 11:15 AM
बिहार जनता दल यूनाइटेड (जदयू) प्रवक्ता मनीष यादव ने कहा कि आधुनिक बिहार के निर्माता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ही अगुवाई में साल 2025 में बिहार में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनेगी। यादव ने शुक्रवार को मीडिया में जारी एक बयान में कहा कि अगले...
पटना: बिहार जनता दल यूनाइटेड (जदयू) प्रवक्ता मनीष यादव ने कहा कि आधुनिक बिहार के निर्माता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ही अगुवाई में साल 2025 में बिहार में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनेगी। यादव ने शुक्रवार को मीडिया में जारी एक बयान में कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में भी बिहार की जनता राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को राजनीतिक सबक सिखाने का काम करेगी।
'नीतीश सरकार ने हर क्षेत्र में किया काम'
मनीष यादव ने कहा कि जिस बिहार में लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के शासनकाल के दौरान लोगों में डर का माहौल था और लोग यहां आने से डरते थे उस बिहार को कुमार ने बदहाली की दौर से निकालकर विकसित बिहार बनाने का काम किया है। जदयू प्रवक्ता ने कहा कि आज बिहार में चाहे सड़क हो, बिजली हो, स्वास्थ्य का क्षेत्र हो चाहे सरकारी नौकरी और रोजगार की बात हो नीतीश सरकार ने हर क्षेत्र में काम किया और बिहार को तरक्की की एक नई दिशा दी। हाल ही में पटना में आयोजित बिजनेस मीट ने कंपनियों में एक लाख 80 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों पर राज्य सरकार के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं।
"राजद की हालत साल 2010 के चुनावों से भी बदतर होगी"
यादव ने कहा कि बिहार को तरक्की के रास्ते पर ले जाने वाले कुमार को एक बार फिर साल 2025 में राज्य की जनता आशीर्वाद देगी और उनकी अगुवाई में सरकार बनाने का काम करेगी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि राजद की हालत साल 2010 के चुनावों से भी बदतर होगी। उन्होंने कहा कि जदयू के खत्म होने की बात करने वाले यादव को साल 2024 के लोकसभा चुनाव और हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनावों में मिली करारी हार ने सबक सिखाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि यादव और लालू डरे हुए हैं और उनकी बेबुनियाद बातों से उनकी हताशा साफ झलक रही है।
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि साल 2025 के विधानसभा चुनाव में बिहार में एनडीए अपने 225 सीटों की जीत के लक्ष्य को हासिल करेगी और कुमार की अगुवाई में एक बार फिर बिहार में सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में भी बिहार की जनता यादव और लालू के झांसे में नहीं आएगी और यादव को नेता प्रतिपक्ष बनने के लायक सीटें भी नहीं मिल सकेगी।