Edited By Ramanjot, Updated: 14 Dec, 2025 05:48 AM

सीतामढ़ी जिले में बिहार पुलिस की विश्वसनीयता को एक बार फिर झटका लगा है। विजिलेंस अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने शनिवार को होमगार्ड जवान योगेंद्र साह को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
Sitamarhi Bribery Case: सीतामढ़ी जिले में बिहार पुलिस की विश्वसनीयता को एक बार फिर झटका लगा है। विजिलेंस अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने शनिवार को होमगार्ड जवान योगेंद्र साह को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि महिला थाने की सब-इंस्पेक्टर ममता कुमारी और यह जवान एक व्यक्ति से उसके परिवार की जमानत कराने और मामले में मदद के बदले पैसे की मांग कर रहे थे। शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस ने ट्रैप लगाकर कार्रवाई की। जिले में पुलिसकर्मियों की रिश्वतखोरी के ऐसे मामले पहले भी सामने आते रहे हैं, जिससे विभाग की छवि पर बट्टा लग रहा है।
शिकायत से ट्रैप तक: 15 हजार रुपये लेते पकड़ा गया आरोपी, SI की भूमिका की जांच जारी
शिकायतकर्ता पद्मकांत झा (डुमरा थाना क्षेत्र के माधोपुर रोशन उर्फ भीसा गांव) ने विजिलेंस में आवेदन देकर बताया कि सब-इंस्पेक्टर ममता कुमारी और होमगार्ड जवान योगेंद्र साह उनके परिवार के सदस्यों को जमानत दिलाने के एवज में रिश्वत मांग रहे हैं। शिकायत की प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए गए। इसके बाद 12 दिसंबर 2025 को विजिलेंस थाने में केस नंबर 109/25 दर्ज किया गया।
विजिलेंस डीएसपी आसिफ इकबाल मेहदी के नेतृत्व में बनी स्पेशल टीम ने प्लान बनाकर ट्रैप लगाया। महिला थाने के बाहर एक चाय की दुकान पर तय समय पर योगेंद्र साह ने शिकायतकर्ता से 15 हजार रुपये रिश्वत ली ही थी कि टीम ने उसे धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को पूछताछ के लिए ले जाया गया। जल्द ही उसे मुजफ्फरपुर की विजिलेंस कोर्ट में पेश किया जाएगा। डीएसपी ने बताया कि मामले में अन्य संलिप्त लोगों, खासकर सब-इंस्पेक्टर की भूमिका की भी गहन जांच चल रही है।
2025 में विजिलेंस का रिकॉर्ड: 97 गिरफ्तारियां, 35 लाख से ज्यादा की रिश्वत बरामद
विजिलेंस ब्यूरो ने बताया कि साल 2025 में भ्रष्टाचार के खिलाफ यह 109वीं FIR है, जिसमें से 89 ट्रैप केस हैं। अब तक रंगे हाथ 97 अभियुक्त पकड़े जा चुके हैं और कुल 35 लाख 31 हजार 500 रुपये की रिश्वत राशि बरामद हुई है। यह कार्रवाई राज्य में भ्रष्टाचार पर लगाम कसने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।