Edited By Nitika, Updated: 18 May, 2022 06:06 PM
जदयू के वरिष्ठ नेता एवं बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि राज्य में जाति आधारित जनगणना करवाने को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में कोई मतभेद नहीं है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मुद्दे पर शीघ्र ही सर्वदलीय बैठक बुलाने की...
पटनाः जदयू के वरिष्ठ नेता एवं बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि राज्य में जाति आधारित जनगणना करवाने को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में कोई मतभेद नहीं है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मुद्दे पर शीघ्र ही सर्वदलीय बैठक बुलाने की घोषणा कर चुके हैं।
विजय कुमार चौधरी ने यहां संवाददताओं से बातचीत में कहा कि भाजपा ने बिहार में कभी भी जाति आधारित जनगणना कराने का विरोध नहीं किया। उन्होंने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने भी स्पष्ट किया था कि बिहार में अपने संसाधनों का इस्तेमाल कर जातिगत जनगणना करवाने में कोई कठिनाई नहीं है।
जदयू नेता ने कहा कि ‘‘मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सभी राजनीतिक दलों के एक प्रतिनिधिमंडल ने पिछले साल अगस्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और उनसे राष्ट्रीय स्तर पर जाति आधारित जनगणना करवाने का अनुरोध किया था लेकिन केंद्र ने प्रशासनिक कारणों का हवाला देते हुए इस स्तर पर जाति जनगणना करवाने से इनकार कर दिया था। हालांकि केंद्र सरकार ने भी जाति जनगणना के औचित्य पर कभी सवाल नहीं उठाया।'' उन्होंने कहा कि वर्ष 2021 की आम जनगणना की प्रक्रिया वर्ष 2019 में शुरू की गई थी लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे टाल दिया गया था। चौधरी ने कहा कि भाजपा नेता हमेशा कहते रहे हैं कि जातिगत जनगणना पर फैसला पार्टी नेतृत्व करेगा। उन्होंने बताया कि वैसे भी भाजपा ने बिहार विधानमंडल में इस आशय के प्रस्ताव का समर्थन किया था।
मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार ने हाल ही में कहा है कि इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक में निर्णय के बाद इस प्रस्ताव को मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सभी को पता है कि मुख्यमंत्री ने जो किया वह ठीक और प्रभावी ढंग से किया। इसलिए, बिहार में जातिगत जनगणना जब भी होगी उचित तरीके से की जाएगी।