Edited By Ramanjot, Updated: 01 Aug, 2021 05:54 PM
जायसवाल ने रविवार को परिसदन में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जातिगत जनगणना को लेकर तरह-तरह की बयानबाजी की जा रही है। लेकिन लोग यह बताएं कि जातीय जनगणना से क्या लाभ और हानि है। इस पर विस्तृत रूप से चर्चा होनी चाहिए। केंद्र सरकार इस पर निर्णय ले।...
गयाः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने जातीय जनगणना के मुद्दे पर जारी बयानबाजी को लेकर आज कहा कि तरह-तरह की बयानबाजी करने की बजाए इसके लाभ और हानि पर विस्तृत चर्चा किए जाने की जरूरत है।
जायसवाल ने रविवार को परिसदन में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जातिगत जनगणना को लेकर तरह-तरह की बयानबाजी की जा रही है। लेकिन लोग यह बताएं कि जातीय जनगणना से क्या लाभ और हानि है। इस पर विस्तृत रूप से चर्चा होनी चाहिए। केंद्र सरकार इस पर निर्णय ले। उन्होंने कहा कि वर्ष 1921 के बाद से कोई जनगणना नहीं हुई। अब जातीय जनगणना कि लोग बात कर रहे हैं, तो यह बताएं कि इसके फायदे क्या है। या इससे फिर क्या हानि हो सकती है। इसके दूरगामी परिणाम क्या हो सकते हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय का आदेश है कि देश में पचास प्रतिशत से ज्यादा आरक्षण किसी को नहीं दिया जा सकता है। तो फिर आखिर इसकी जरूरत क्या है। मराठा आंदोलन में भी 50 प्रतिशत से ज्यादा की मांग लोग कर रहे थे। लेकिन अंत में उच्चतम न्यायालय ने इसे निरस्त कर दिया। इसलिए यह क्यों जरूरी है और इसके क्या फायदे हैं। इस पर सभी लोग मिलकर चर्चा करें ना कि किसी तरह की बेतुकी बयानबाजी करें।