Edited By Nitika, Updated: 05 Apr, 2023 08:40 AM

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि यदि सत्तारूढ़ गठबंधन में हिम्मत है, तो वह भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर अनर्गल आरोप लगाने के बजाय रामनवमी पर हुए हिंसक उपद्रव की न्यायिक...
पटनाः बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि यदि सत्तारूढ़ गठबंधन में हिम्मत है, तो वह भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर अनर्गल आरोप लगाने के बजाय रामनवमी पर हुए हिंसक उपद्रव की न्यायिक जांच करवाए।
सुशील मोदी ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि कहा कि जो पुलिस बिहारशरीफ और सासाराम में फेल हुई, क्या खुद उसी की जांच भरोसे लायक होगी। उन्होंने कहा कि इसलिए रामनवमी पर हुई हिंसा की न्यायिक जांच करवाई जानी चाहिए। भाजपा सांसद ने कहा कि जब राज्य सरकार चार शहरों में दंगे जैसी स्थिति टालने में विफल रही, तब गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संवैधानिक अधिकार का प्रयोग कर केंद्र के प्रतिनिधि राज्यपाल से हालात की रिपोर्ट मांगी। इस पर जदयू को मिर्ची क्यों लग रही है।
मोदी ने कहा कि लाल किला के पोस्टर के आगे फोटो खिंचवाने से कोई प्रधानमंत्री नहीं बन सकता। दिल बहलाने को वे व्हाइट हाउस के आगे भी फोटो खिंचवा लें। उन्होंने कहा कि जिन्हें भाजपा डूबता जहाज लगता है, वे बिहार में 2014 के संसदीय चुनाव और 2022 में हुए विधानसभा के तीन उपचुनावों के परिणाम दोबारा देख लें। कुढ़नी और गोपालगंज में जिनकी मोटरबोट डूब गई, वे जहाज की बात न करें।
पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि विधान परिषद की जिन छह सीटों पर उपचुनाव हो रहा है, उसमें केवल एक सीट भाजपा की है, जबकि पार्टी इस बार बढ़ी ताकत के आधार पर कई सीटें जीतने वाली है। उन्हें जहाज की क्षमता का पता चल जाएगा।