Edited By Harman, Updated: 12 Nov, 2024 12:22 PM
विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला का शुभारंभ कल यानी 13 नवंबर को शुभारंभ होगा जो कि 14 दिसंबर तक चलेगा। मेले का उद्घाटन बिहार के दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा करेंगे। इस मेले में देश-विदेश से बड़ी संख्या में लोग मेला घूमने पहुंचते हैं।
पटना: विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला का शुभारंभ कल यानी 13 नवंबर को शुभारंभ होगा जो कि 14 दिसंबर तक चलेगा। मेले का उद्घाटन बिहार के दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा करेंगे। उद्घाटन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्य के तीन मंत्री,जिले के प्रभारी मंत्री,दो सांसद,सभी विधायक,विधान पार्षद व अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। बता दें कि इस मेले में देश-विदेश से बड़ी संख्या में लोग मेला घूमने पहुंचते हैं।
उद्घाटन कार्यक्रम में बॉलीवुड गायक देंगे प्रस्तुति
जानकारी अनुसार मेले के उद्घाटन कार्यक्रम में बॉलीवुड गायकों की टीम प्रस्तुति देगी। जानकारी अनुसार मेले के उद्घाटन कार्यक्रम में बॉलीवुड गायकों की टीम प्रस्तुति देगी। मेले में आने वाले देसी-विदेशी सैलानियों को आकर्षित करने के लिए भी कई महत्वपूर्ण इवेंट करवाए जाएंगे। उनके ठहरने के लिए सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस भव्य और आकर्षक स्विस कॉटेज का निर्माण कराया गया है।
प्रशासन द्वारा विधि व्यवस्था के लिये कड़े बंदोबस्त किए गए
मेला क्षेत्र में विधि व्यवस्था के लिये 21 पुलिस थाना एवं 9 वाच टावर बनाये गये हैं। विधि व्यवस्था एवं भीड़ प्रबंधन के लिये सम्पूर्ण मेला क्षेत्र को 26 सेक्टर में बांटा गया है। यातायात व्यवस्था को सुगम बनाये रखने हेतु 40 स्थलों पर ड्रॉप गेट बानाये गये हैं। 380 जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं। पेयजल एवं अस्थाई शौचालयों की व्यवस्था की गई है। उद्योग विभाग के माध्यम से 21 विधाओं के 63 शिल्पकारों,बुनकरों द्वारा अपने कलाकृति का प्रदर्शन किया जायेगा। स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से मेला क्षेत्र में 8 अस्थाई चिकित्सा शिविर लगाये जायेंगे। साथ ही सोनपुर का स्थाई पशु चिकित्सालय भी 24 घंटे क्रियाशील रहेगा।
गंगा और गंडक के संगम पर आयोजित किया जाता सोनपुर मेला
ज्ञात हो कि सोनपुर मेला एशिया के सबसे बड़े पशु मेलों में से एक है, जो बिहार के सारण और वैशाली ज़िले की सीमा पर अवस्थित सोनपुर में दो नदियों, गंगा और गंडक के संगम पर आयोजित किया जाता है।इस मेले को ‘हरिहर क्षेत्र मेला’के नाम से भी जाना जाता है जबकि स्थानीय लोग इसे ‘छत्तर मेला’कहते हैं। हिंदू भक्त गंगा और गंडक नदी में पवित्र डुबकी लगाने के लिए क्षेत्र में आते हैं और हरिहर नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं। इस मेले की खासियत यह है कि यहां सूई से लेकर हाथी तक की खरीदारी की जा सकती है।