Edited By Ramanjot, Updated: 15 Aug, 2022 12:03 PM
भाकपा के वरिष्ठ नेता अतुल कुमार अंजान ने कहा कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने हाल में दिल्ली में पार्टी (भाकपा) के राष्ट्रीय महासचिव डी. राजा से मुलाकात की थी और बिहार में महागठबंधन सरकार की प्राथमिकताओं के बारे में चर्चा की थी। अंजान ने कहा,...
पटनाः बिहार में नई महागठबंधन सरकार को बाहर से समर्थन देने के अन्य वाम दलों के फैसले से इतर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने रविवार को कहा कि पार्टी को ‘‘सम्मानजनक प्रतिनिधित्व'' मिलने पर ही भाकपा नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में शामिल होना चाहेगी।
भाकपा के वरिष्ठ नेता अतुल कुमार अंजान ने कहा कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने हाल में दिल्ली में पार्टी (भाकपा) के राष्ट्रीय महासचिव डी. राजा से मुलाकात की थी और बिहार में महागठबंधन सरकार की प्राथमिकताओं के बारे में चर्चा की थी। अंजान ने कहा, ‘‘महागठबंधन सरकार के गठबंधन सहयोगियों के साथ बातचीत चल रही है। भाकपा को सम्मानजनक प्रतिनिधित्व दिए जाने पर हम नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल का हिस्सा बनना चाहेंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘भाकपा देश की सबसे बड़ी वामपंथी पार्टी है। इसलिए, हमें नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में सम्मानजनक प्रतिनिधित्व दिया जाना चाहिए। केंद्र की तत्कालीन एच.डी. देवगौड़ा और इंद्र कुमार गुजराल सरकार में हमारे दिवंगत नेता इंद्रजीत गुप्ता 1996 से 1998 तक केंद्रीय गृह मंत्री रहे थे।''
हालांकि, अंजान ने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया कि वह ‘‘सम्मानजक प्रतिनिधित्व'' क्या होगा, जिसकी मांग उनकी पार्टी ने महागठबंधन सरकार में शामिल होने के लिए की है। बिहार विधानसभा में भाकपा के दो सदस्य हैं और राज्य विधान परिषद में भी पार्टी के इतने ही सदस्य हैं।