Edited By Khushi, Updated: 14 Dec, 2024 10:53 AM
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने झारखंड और उसके आसपास के राज्यों में उग्रवादी समूह पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) को फिर से खड़ा करने के मामले से जुड़े 2 और लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया।
रांची: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने झारखंड और उसके आसपास के राज्यों में उग्रवादी समूह पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) को फिर से खड़ा करने के मामले से जुड़े 2 और लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया।
एजेंसी ने बीते शुक्रवार को यह जानकारी दी। एनआईए की विशेष अदालत के समक्ष बृहस्पतिवार को दायर दूसरे पूरक आरोप पत्र में झारखंड के खूंटी जिले के रहने वाले नीलांबर गोप उर्फ डेलगा उर्फ डिकल और शिव कुमार साहू का नाम शामिल है। एनआईए ने दोनों लोगों की पहचान पीएलएफआई के सदस्यों के रूप में की। एनआईए के अनुसार, पीएलएफआई सदस्यों ने लोगों, खासकर व्यापारियों और ठेकेदारों में डर पैदा करने के लिए हत्या, आगजनी और हिंसक हमले करने की भी साजिश रची।
एनआईए ने कहा कि जांच से पता चला कि गोप और साहू ने पीएलएफआई के सदस्यों की कई तरह से सहायता की जिसमें उनके धमकी भरे पर्चे अग्रेषित करके लेवी एकत्र करने में मदद करना, ग्राहक सेवा केंद्रों और बैंकिंग के माध्यम से उगाही गई धनराशि का उपयोग करना और पीएलएफआई को झारखंड के विकास कार्यों में लगे ठेकेदारों और व्यापारियों के मोबाइल नंबर उपलब्ध कराना शामिल है।
गौरतलब है कि एजेंसी ने पिछले वर्ष 12 अक्टूबर को स्वत: संज्ञान लेते हुए मुकदमा दर्ज किया था। यह मामला झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में कई कोयला व्यापारियों, ट्रांसपोर्टरों, रेलवे ठेकेदारों, व्यापारियों आदि से जबरन वसूली के जरिए धन जुटाने में पीएलएफआई कार्यकर्ताओं की संलिप्तता से संबंधित है।