Edited By Diksha kanojia, Updated: 08 Sep, 2021 11:22 AM

प्रकाश ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में बेरोजगारी, किसानों की ऋण माफी, बुनियादी सुविधाओं का विकास, महिलाओं की सुरक्षा, गिरती कानून व्यवस्था मुद्दों में शामिल नही है। बल्कि यह सरकार केवल तुष्टिकरण के माध्यम से साम्प्रदायिक उन्माद...
रांचीः भारतीय जनता पार्टी के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि राज्य सरकार विकास के मुद्दे छोड़ टकराव के मुद्दों पर आगे बढ़ रही है। प्रकाश ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में बेरोजगारी, किसानों की ऋण माफी, बुनियादी सुविधाओं का विकास, महिलाओं की सुरक्षा, गिरती कानून व्यवस्था मुद्दों में शामिल नही है। बल्कि यह सरकार केवल तुष्टिकरण के माध्यम से साम्प्रदायिक उन्माद खड़ा करना चाहती है।
दीपक ने आगे कहा कि हेमंत सरकार राज्य में साम्प्रदायिक सछ्वाव बिगाड़ कर टकराव बढ़ाना चाहती है। जनता को उकसा कर लड़ाना चाहती है। सरकार के इशारे पर झारखंड विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा भवन में नमाज कक्ष का लिखित आवंटन करके अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक निर्णय लिया है। इस निर्णय ने अन्य समुदाय के लोगों को आहत किया है।
प्रकाश ने कहा कि मॉनसून सत्र में विपक्षी विधायक लगातार स्पीकर से निर्णय को वापस लेने की मांग कर रहे परंतु राज्य सरकार के इशारे पर विधानसभा अध्यक्ष मौन अपने निर्णय पर अडिग हैं। इतना ही नही निर्णय को उचित भी ठहरा रहे हैं,जबकि स्पीकर का आसन निष्पक्ष होना चाहिए। जन भावनाओं के अनुरुप होना चाहिये।उन्होंने कहा कि कांग्रेस और झामुमो दोनो दलों की नीयत में खोट है। दोनो दल साम्प्रदायिक सछ्वाव को बिगाड़ना चाहते हैं।