Edited By Khushi, Updated: 02 May, 2025 10:29 AM

जमशेदपुर: झारखंड के लोहरदगा से कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत ने बीते गुरुवार को श्रमिकों और प्रबंधन के बीच एकता व आपसी सम्मान के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि उद्योगों और श्रम शक्ति दोनों के विकास के लिए सौहार्दपूर्ण संबंध आवश्यक हैं।
जमशेदपुर: झारखंड के लोहरदगा से कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत ने बीते गुरुवार को श्रमिकों और प्रबंधन के बीच एकता व आपसी सम्मान के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि उद्योगों और श्रम शक्ति दोनों के विकास के लिए सौहार्दपूर्ण संबंध आवश्यक हैं।
भगत ने सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर में ‘ऑटो क्लस्टर ऑडिटोरियम' में भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक) द्वारा आयोजित ‘वर्तमान संदर्भ में श्रमिकों की स्थिति' विषय पर एक संगोष्ठी को संबोधित करते कहा कि श्रमिक और प्रबंधन ‘एक ही सिक्के के दो पहलू हैं'। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेपीसीसी) के पूर्व अध्यक्ष भगत ने कहा, “श्रमिकों और उद्योगों दोनों का विकास तभी संभव है जब वर्तमान औद्योगिक माहौल में आपसी समझ और सामंजस्य हो।” भगत ने अंतरराष्ट्रीय श्रम दिवस के अवसर पर यह भी कहा कि इस दिवस का सार एकता के माध्यम से अधिकारों को प्राप्त करना और श्रमिकों के बीच उनकी वर्तमान चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
भगत ने संगोष्ठी के आयोजन के लिए झारखंड इंटक के अध्यक्ष और संयुक्त कार्रवाई समिति के नेता राकेश्वर पांडे की सराहना की तथा भारत भर में, विशेष रूप से जमशेदपुर जैसे औद्योगिक केंद्रों में ट्रेड यूनियन आंदोलन को जीवित रखने के लिए इंटक को श्रेय दिया। राकेश्वर पांडे ने अपने संबोधन में देश में ट्रेड यूनियन आंदोलन के सामने आने वाली कठिनाई को स्वीकार किया। उन्होंने श्रमिकों से आग्रह किया कि जब यूनियन उनके कल्याण के लिए लामबंद हों तो वे पूरे दिल से उनका समर्थन करें।