Edited By Harman, Updated: 12 Dec, 2024 04:07 PM
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने बालू की कमी को लेकर राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर गुरुवार को पोस्ट कर कहा है कि झारखंड में बालू की कमी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। 444 बालू घाटों...
रांची: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने बालू की कमी को लेकर राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर गुरुवार को पोस्ट कर कहा है कि झारखंड में बालू की कमी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। 444 बालू घाटों में से केवल 51 को स्वीकृति है और उनमें से भी केवल 24 से निकासी हो रही है। इस कारण राज्य में निर्माण कार्य पूरी तरह ठप हो गए हैं।
"बालू की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची"
बाबूलाल मरांडी ने लिखा कि बालू की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। महज 10 दिनों में एक ट्रॉली बालू की कीमत में 12,000 रुपये तक का इजाफा हुआ है। पलामू सहित झारखंड के अन्य जिलों में बालू 25 से 40 रुपये प्रति बोरी बिक रही है। इस कमी ने न सिर्फ अपार्टमेंट निर्माण, बल्कि प्रधानमंत्री आवास योजना जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर भी असर डाला है।
"CM कालाबाजारी और माफियाओं के खिलाफ ठोस कदम उठाए"
मरांडी ने आगे लिखा कि अगर यह संकट जल्द हल नहीं हुआ, तो राज्य में विकास कार्य बुरी तरह प्रभावित हो सकते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि राज्य के लोगों को राहत मिले और निर्माण क्षेत्र फिर से पटरी पर लौट सके, इसके लिए जरूरी है कि बालू की कालाबाजारी पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाए। साथ ही बालू माफियाओं के खिलाफ ठोस और सख्त कदम उठाए जाएं।
विधानसभा के बाहर पांकी विधायक धरना पर बैठे
वहीं, राज्य में बालू की कमी के कारण आज विधानसभा के बाहर पांकी विधायक शशि भूषण मेहता धरना पर बैठे हैं। पांकी विधायक का कहना है कि सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और मुफ्त में बालू मुहैया कराना चाहिए ताकि, पीएम आवास, अबुआ आवास का निर्माण हो सके।