Edited By Khushi, Updated: 14 Jan, 2023 12:06 PM

झारखंड के साहिबगंज जिले में रिबिका हत्याकांड के मुख्य आरोपी मैनुल अंसारी की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो पाई है। इसके चलते कोर्ट ने आरोपी मैनुल अंसारी की गिरफ्तारी का वारंट जारी कर दिया है।
साहिबगंज: झारखंड के साहिबगंज जिले में रिबिका हत्याकांड के मुख्य आरोपी मैनुल अंसारी की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो पाई है। इसके चलते कोर्ट ने आरोपी मैनुल अंसारी की गिरफ्तारी का वारंट जारी कर दिया है। वहीं, पुलिस ने एक बार फिर उसकी तलाश की कोशिश तेज कर दी है।
आरोपी मैनुल अंसारी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कर रही छापेमारी
जानकारी के मुताबिक पुलिस ने जांच में पता लगाया कि घटना के बाद आरोपी मैनुल अंसारी दिल्ली के रोहिणी स्थित अपने पुराने ठिकाने पर नहीं पहुंचा। वहां रहने वाले अपने करीबियों से भी अब तक उसने संपर्क नहीं किया है। पुलिस ने उसके ठिकानों के आसपास के लोगों से भी उसके बारे में जानकारी ली, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। घटना के बाद वह गोड्डा जिले के महागामा में अपने कुछ करीबियों के यहां पहुंचा था, जिसकी जानकारी पुलिस को मिली तो टीम ने वहां छापेमारी की, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह वहां से भाग गया था। वहीं, पुलिस को सूचना मिली है कि वह इसी क्षेत्र में अपने एक जान - पहचान वाले व्यक्ति के यहां ठहरा हुआ है।
रिबिका हत्याकांड की जांच CBI से कराने की मांग तेज
बता दें कि रिबिका हत्याकांड को लेकर बीते शुक्रवार को बोरियो-तीनपहाड़ सीमा पर स्थित चमदी रक्सी स्थान के पथिक गृह में पहाड़िया बुद्धिजीवी मंच की बैठक हुई। अध्यक्षता चमदी के ग्राम प्रधान नारायण पहाड़िया ने की, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि भाजपा नेता सिमोन मालतो उपस्थित थे। इस बैठक में रुबिका पहाड़िन के परिजनों को न्याय दिलाने पर चर्चा की गई। भाजपा नेता सिमोन मालतो ने हेमंत सरकार से रुबिका हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने एवं फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन कर 1 माह के अंदर दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की है।
"पहाड़िया जनजाति के लोगों का किया जा रहा शोषण"
यहां उन्होंने कहा कि एक समुदाय के लोगों द्वारा प्रलोभन देकर पहाड़िया जनजाति के लोगों का शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आदिम जनजाति के समाज के लोगों को जागरूक करने का कार्य शुरू करेंगे। नेता सिमोन ने कहा कि जब तक रुबिका के हत्यारों को फास्ट ट्रैक कोर्ट से फांसी की सजा नहीं हो जाती है तब तक आदिम जनजाति समाज के लोग आंदोलन करते रहेंगे।
ससुरावालों ने की थी रिबिका की हत्या
गौरतलब है कि बीते 16 दिसंबर 2022 में साहिबगंज में रुबिका पहाड़िन की हत्या उसके ही पति दिलदार अंसारी ने की थी। हत्या कर शव के 55 टुकड़े कर इधर-उधर फेंक दिए गए थे, जिसे कुत्ते नोंच-नोंच कर खा रहे थे। स्थानीय लोगों ने कुत्तों को इंसान का मांस खाते हुए देखा तो पुलिस को इसकी सूचना दी गई। इसके बाद इस मामले का खुलासा हुआ। पुलिस द्वारा आधे टुकड़े बरामद कर लिए गए हैं। वहीं, इस मामले में दिलदार अंसारी समेत उसके परिवार को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। हालांकि केवल मैनुल अंसारी की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।