Edited By Harman, Updated: 07 Oct, 2024 09:48 AM
रांची में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विजयादशमी उत्सव का आयोजन किया गया। यह उत्सव संघ की स्थापना के 99 वें वर्ष के अवसर पर मनाया गया। इस दौरान शस्त्र पूजन के साथ पथ संचलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
रांची: रांची में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विजयादशमी उत्सव का आयोजन किया गया। यह उत्सव संघ की स्थापना के 99 वें वर्ष के अवसर पर मनाया गया। इस दौरान शस्त्र पूजन के साथ पथ संचलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसकी शुरुआत 1925 में डा. केशव बलिराम हेडगेवार द्वारा की गई थी। इस कार्यक्रम में समाज के सभी वर्गों के लोग हुए शामिल हुए।
मातृशक्ति की उपस्थिति विशेष रूप से रही प्रेरणादायक
बता दें कि इस अवसर पर, 1000 से अधिक स्वयंसेवकों ने 5 किमी के पथ संचलन में भाग लिया, जो शास्त्री मैदान से शुरू होकर ऑक्सफोर्ड स्कूल, बहु बजार चौक, श्री राम मंदिर, और शिशु मंदिर होते हुए शास्त्री मैदान में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में समाज के सभी वर्गों के लोग हुए शामिल हुए, जिसमें मातृशक्ति की उपस्थिति विशेष रूप से प्रेरणादायक रही। वहीं, मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) रमन कुमार झा, कुलपति, इक्फाई विश्वविद्यालय ने संघ की अनुशासनप्रियता की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसी अनुशासनप्रियता उन्होंने अपने सैनिक स्कूल के बाद आज इस कार्यक्रम में देखी। मुख्य वक्ता गोपाल, झारखंड प्रांत के प्रांत प्रचारक ने कहा कि संघ पर लगाए गए प्रतिबंधों के बावजूद, संघ के स्वयंसेवकों ने दुगुनी गति से राष्ट्र कार्य और राष्ट्र जागरण में काम किया है। उन्होंने आगे कहा कि संघ के प्रयासों का परिणाम धारा 370 के रूप में जम्मू-कश्मीर में देखा जा सकता है, जहां संघ ने 1960 के दशक में जम्मू-कश्मीर अध्ययन केंद्र बनाया था। पूर्वोत्तर को भारत से अलग करने के प्रयासों के बावजूद, संघ के प्रचारकों के मेहनत से वहां की स्थिति बदली है।
बता दें कि इस कार्यक्रम में देव व्रत पाहन( क्षेत्र संघचालक), सह प्रांत कार्यवाह धनंजय सिंह, विभाग संघचालक विवेक भासीन, महानगर संघचालक पवन मंत्री सहित संघ एवं अनुसांगिक संगठनों के अनेक अधिकारी उपस्थित रहे। ज्ञात हो कि महाराष्ट्र के नागपुर से 1925 में अपनी सफर शुरू करने वाली आरएसएस सफलतापूर्वक 99 वर्ष पूरा कर चुका है। वर्ष में दो बार संघ सार्वजनिक रूप से पथ संचलन का आयोजन करता है। जिसमें हिंदू नव वर्ष एवं विजयादशमी उत्सव शामिल है।