Edited By Nitika, Updated: 26 Feb, 2021 05:31 PM
राज्यपाल ने अपने करीब 40 मिनट के अभिभाषण में सरकार की योजनाओं एवं कार्यों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने गठन के दिन से ही ‘‘विकास मूल मंत्र, आधार लोकतंत्र'''' को आत्मसात किया है।
रांचीः झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को अपने अभिभाषण में राज्य सरकार के योजनाओं एवं कार्यों की प्रशंसा की। साथ ही कहा कि विकास के मूलमंत्र के साथ सरकार ने सभी वर्गों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा है।
राज्यपाल ने अपने करीब 40 मिनट के अभिभाषण में सरकार की योजनाओं एवं कार्यों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने गठन के दिन से ही ‘‘विकास मूल मंत्र, आधार लोकतंत्र'' को आत्मसात किया है। राज्य में बेरोजगारी दूर करने, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों सहित सभी वर्गां को विकास की मुख्य धारा में सम्मिलित करते हुए उन्हें स्वाबलंबी बनाने, आर्थिक रूप से सशक्त बनाने, सामुदायिक विकास करने तथा प्रशासन और विकासात्मक प्रक्रिया में सभी की सहभागिता सुनिश्चित करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि सरकार के निर्णयों से लोगों को यह एहसास हो रहा है कि यह आम जन की सरकार है। राज्यपाल ने कहा कि सरकार ने जनहित में कई कार्य किए हैं, जिसकी हर जगह प्रशंसा हो रही है। सरकार ने विकास के मूलमंत्र के साथ सभी वर्गों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा है। सबकी सहभागिता विकास में सुनिश्चित की जा रही है।
वहीं द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भ्रष्टाचार पर सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति है। निगरानी तंत्र को सशक्त किया जा रहा है। राज्य में औद्योगिक शांति के लिए सरकार प्रयत्नशील है। लंबित समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण काल में लोगों को बड़ी राहत देते हुए सामूहिक रसोई का संचालन किया गया। लॉकडाउन में 373 मुख्यमंत्री दालभात केंद्रों का संचालन किया गया। दूसरे राज्य में फंसे श्रमिकों को लाया गया। डीबीटी के जरिए खातों में रुपए दिए गए।