Edited By Khushi, Updated: 14 Jul, 2024 06:20 PM

सीएम हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को रांची के धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में पीजीटी शिक्षकों को नियुक्त पत्र सौंपा था। बताया जा रहा है कि इसमें एक मूक-बधिर कैटेगरी का भी अभ्यर्थी शामिल था, लेकिन चयनित मूक-बधिर अभ्यर्थी बोलने और सुनने वाला निकल गया।
रांची: सीएम हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को रांची के धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में पीजीटी शिक्षकों को नियुक्त पत्र सौंपा था। बताया जा रहा है कि इसमें एक मूक-बधिर कैटेगरी का भी अभ्यर्थी शामिल था, लेकिन चयनित मूक-बधिर अभ्यर्थी बोलने और सुनने वाला निकल गया। वहीं,इस पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सीएम हेमंत पर आरोप लगाया है।
"सरकार में सेटिंग अच्छी हो तो मूक-बधिर भी बोलने लगता है"
मरांडी ने कहा कि 2 दिन पहले हेमंत सोरेन के द्वारा जिन लोगों को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं, उसमें बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा की खबर सामने आ रही है। मूक-बधिर के लिए आरक्षित सीट पर बोलने वाले व्यक्ति को नियुक्त कर दिया गया है। मरांडी ने कहा कि राज्य में सिर्फ पैसों का खेल चल रहा है। सरकार में सेटिंग अच्छी हो, तो मूक-बधिर भी बोलने लगता है। मरांडी ने आगे कहा, इस फर्जीवाड़ा में अभ्यर्थी के साथ-साथ सर्टिफिकेट जारी करने वाले अधिकारी, काउंसलिंग टीम के सदस्य, परीक्षा आयोग और सत्ताधारी दलों की भी सहभागिता है। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सरकार की पैसों की भूख इतनी बढ़ गई है कि अब एक असहाय, दिव्यांग की नौकरी को भी बेचा जा रहा है।
बता दें कि मामला प्रकाश में आने के बाद प्रशासनिक हलके में हड़कंप मच गया है। मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आने के बाद सरकार ने देवघर डीसी को 24 घंटे के अंदर जांच कर रिपोर्ट तलब किया है। जानकारी के मुताबिक उक्त अभ्यर्थी देवघर जिला से है।