Edited By Nitika, Updated: 05 Oct, 2020 06:38 PM
बिहार का बाढ़ विधानसभा सीट मुंगेर लोकसभा के तहत आता है। बाढ़ विधानसभा सीट (Barh Assembly Seat) 1951 से अस्तित्व में है। 1951 में बाढ़ से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कैंडिडेट राणा श्योलाख पति सिंह ने पहली बार हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी।
मुंगेरः बिहार का बाढ़ विधानसभा सीट (Barh Assembly Seat) मुंगेर लोकसभा के तहत आता है। बाढ़ विधानसभा सीट (Barh Assembly Seat) 1951 से अस्तित्व में है। 1951 में बाढ़ से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कैंडिडेट राणा श्योलाख पति सिंह ने पहली बार हुए विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में जीत हासिल की थी।
1957 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में बाढ़ सीट से कांग्रेस (Congress) की टिकट पर रामयतन सिंह ने विरोधियों को मात देने में कामयाबी हासिल की थी। 1962 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में इस सीट से एक बार फिर राणा श्योलाख पति सिंह ने एक बार फिर बाढ़ सीट से जीत हासिल की थी तो 1967 में बाढ़ सीट से पहली बार गैर कांग्रेसी पार्टी ने जीत हासिल की थी। 1967 में बाढ़ से जनक्रांति दल के कैंडिडेट टीपी सिंह ने विरोधियों को मात देने में कामयाबी हासिल की थी, लेकिन 1969 के चुनाव में एक बार फिर बाढ़ सीट को कांग्रेस (Congress) ने अपने पाले में कर लिया। 1969 के चुनाव में कांग्रेस (Congress) कैंडिडेट राणा श्योलाख पति सिंह ने आम लोगों का भरोसा जीतने में कामयाबी हासिल की थी। 1972 में बाढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस कैंडिडेट द्वारिका नाथ सिंह ने जीत हासिल की थी। वहीं 1977 के चुनाव में एक बार फिर से राणा श्योलाख पति सिंह ने जनता पार्टी की टिकट पर बाढ़ सीट को अपने पाले में कर लिया।
1980 में इस सीट से निर्दलीय कैंडिडेट विश्व मोहन चौधरी ने बाढ़ सीट पर सभी विरोधियों को धूल चटा दिया। वहीं 1985 में बाढ़ सीट पर कांग्रेस (Congress) पार्टी ने फिर जीत हासिल कर ली थी। कांग्रेस (Congress) पार्टी के कैंडिडेट भुवनेश्वर सिंह ने बाढ़ सीट पर विरोधियों को मात दे दिया था। वहीं 1990 के विधानसभा चुनाव में बाढ़ के वोटरों ने जनता दल के कैंडिडेट विजय कृष्ण पर भरोसा जताया था। 1995 में भी विजय कृष्ण ने इस सीट पर कब्जा बरकरार रखा था। 2000 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में बाढ़ सीट से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के टिकट पर भुवनेश्वर प्रसाद सिंह ने जीत हासिल कर लिया था। वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने जेडीयू (JDU) की टिकट पर जीत हासिल किया था। 2010 और 2015 के चुनाव में ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बीजेपी (BJP) की टिकट पर बाढ़ पर जीत का परचम लहराया था।
विधानसभा चुनाव 2015 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में बाढ सीट से बीजेपी (BJP) की टिकट पर ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने जीत हासिल की थी। ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने चुनाव में 63 हजार 989 वोट हासिल किया था। वहीं जेडीयू (JDU) के कैंडिडेट मनोज कुमार को 55 हजार 650 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से बीजेपी (BJP) के कैंडिडेट ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने जेडीयू कैंडिडेट मनोज कुमार को 8 हजार 339 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं नोटा 3 हजार 933 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहा था।
विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में बाढ़ सीट पर जेडीयू (JDU) कैंडिडेट ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने जीत हासिल की थी। ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने 53 हजार 129 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी के कैंडिडेट विजय कृष्णा ने 33 हजार 734 वोट हासिल किया था। इस तरह से जेडीयू (JDU) कैंडिडेट ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने आरजेडी (RJD) के कैंडिडेट विजय कृष्णा को 19 हजार 395 वोट से हरा दिया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट जितेंद्र प्रसाद सिंह ने 10 हजार 114 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।
विधानसभा चुनाव 2005 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2005 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में बाढ़ सीट से जेडीयू (JDU) कैंडिडेट ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने जीत हासिल की थी। जेडीयू (JDU) कैंडिडेट ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने 37 हजार 667 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी कैंडिडेट अनिल कुमार सिंह को 24 हजार 31 वोट मिले थे। इस तरह से जेडीयू (JDU) कैंडिडेट ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने आरजेडी (RJD) कैंडिडेट अनिल कुमार सिंह को 13 हजार 636 वोट से हरा दिया था। वहीं एलजेपी (LJP) कैंडिडेट शीला देवी ने 16 हजार 619 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।
2020 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में यहां महागठबंधन और एनडीए (NDA) के बीच मुकाबला होगा, लेकिन जीत तो उसी पार्टी के कैंडिडेट को मिलेगी जिस पर जनता ज्यादा से ज्यादा भरोसा करेगी।