बिहार में पहली बार हॉटलाइन मेंटेनेंस तकनीक से ग्रिड उपकेंद्रों एवं संचरण लाइनों की मरम्मत शुरू

Edited By Ramanjot, Updated: 12 Mar, 2025 09:51 PM

bihar power transmission news

बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड ने राज्य में पहली बार हॉटलाइन मेंटेनेंस तकनीक का उपयोग करते हुए ग्रिड उपकेंद्रों और संचरण लाइनों की मरम्मत का कार्य शुरू किया है।

पटना: बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड ने राज्य में पहली बार हॉटलाइन मेंटेनेंस तकनीक का उपयोग करते हुए ग्रिड उपकेंद्रों और संचरण लाइनों की मरम्मत का कार्य शुरू किया है। इस अत्याधुनिक तकनीक का मुख्य लाभ यह है कि मरम्मत के दौरान विद्युत आपूर्ति को बंद करने की आवश्यकता नहीं होती, जिससे उपभोक्ताओं को बिना किसी रुकावट के बिजली मिलती रहती है। इस पहल की शुरुआत पटना पश्चिमी अंचल के बिहटा-दीघा ग्रिड उपकेंद्र में की गई है और जल्द ही इसे राज्य के अन्य हिस्सों में भी लागू किया जाएगा।

इस तकनीक के उपयोग से बिजली उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति, मरम्मत कार्य में तेजी, और लागत में कमी जैसे महत्वपूर्ण लाभ मिलेंगे। पारंपरिक रखरखाव प्रक्रिया में, मरम्मत के दौरान ट्रांसमिशन लाइनों को बंद करना पड़ता था, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित होती थी। हॉटलाइन मेंटेनेंस के माध्यम से लाइन में विद्युत प्रवाह जारी रहते हुए विशेष सुरक्षा उपकरणों एवं इंसुलेटेड टूल्स की मदद से मरम्मत कार्य किया जाता है। इससे ब्लैकआउट की संभावना कम होती है एवं बिजली कटौती के कारण होने वाली असुविधा समाप्त होती है ।

बीएसपीटीसीएल ने इस तकनीक को लागू करने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित तकनीशियनों एवं इंजीनियरों की एक टीम गठित की है, जो आधुनिक इंसुलेटेड बूम ट्रक, ग्लव्स, हेलमेट और अन्य विशेष उपकरणों का उपयोग करके उच्च वोल्टेज लाइनों पर मरम्मत कार्य करने में सक्षम है। इस तकनीक में कार्यकर्ताओं को "लाइन पर लाइव वर्किंग" के लिए विशेष सुरक्षा उपायों के तहत प्रशिक्षित किया गया है, जिससे वे बिना बिजली काटे मरम्मत कर सकते हैं।

राज्य के बिजली उपभोक्ताओं को मिलेगा सीधा लाभ

इस तकनीक के इस्तेमाल से बिहार में बिजली उपभोक्ताओं को अधिक विश्वसनीय, स्थिर और सतत् बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी। अब तक, मरम्मत कार्य के लिए बार-बार बिजली कटौती करनी पड़ती थी, जिससे घरेलू, वाणिज्यिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं को परेशानी होती थी। हॉटलाइन मेंटेनेंस तकनीक के लागू होने से यह समस्या दूर होगी, जिससे बिहार के आर्थिक और औद्योगिक विकास को भी बल मिलेगा।

ट्रांसमिशन कंपनी की योजना है कि इस तकनीक का विस्तार अन्य प्रमुख ग्रिड उपकेंद्रों और संचरण लाइनों तक किया जाए, जिससे पूरे राज्य में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। इसके तहत कंपनी अपने कर्मचारियों को और अधिक विशेषीकृत प्रशिक्षण दे रही है और नवीनतम उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित कर रही है।

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