Edited By Swati Sharma, Updated: 04 Jun, 2025 05:48 PM
Baikunthpur Assembly Seat: बैकुंठपुर विधानसभा सीट गोपालगंज लोकसभा के तहत आता है.....1951 में ही बैकुंठपुर सीट अस्तित्व में आ गया था। 1951 में इस सीट पर हुए पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट शिवबचन त्रिवेदी ने बैकुंठपुर में जीत हासिल की थी।...
Baikunthpur Assembly Seat: बैकुंठपुर विधानसभा सीट गोपालगंज लोकसभा के तहत आता है.....1951 में ही बैकुंठपुर सीट अस्तित्व में आ गया था। 1951 में इस सीट पर हुए पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट शिवबचन त्रिवेदी ने बैकुंठपुर में जीत हासिल की थी। वहीं 1957 में हुए चुनाव में बैकुंठपुर सीट से निर्दलीय कैंडिडेट त्रिविक्रम देव नारायण सिंह ने जीत हासिल की थी। 1962 में बैकुंठपुर सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट शिवबचन त्रिवेदी ने एक बार फिर जीत हासिल कर ली थी। 1967 में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी की टिकट पर सभापति सिंह ने जनता का समर्थन हासिल किया था। 1969 में कांग्रेसी कैंडिडेट शिवबचन त्रिवेदी ने विरोधियों को शिकस्त दे दिया था। 1972 में बैकुंठपुर सीट से सोशलिस्ट पार्टी की टिकट पर सभापति सिंह ने विरोधियों को मात दे दिया था। वहीं 1977 और 1980 के विधानसभा चुनाव में जनता पार्टी की कैंडिडेट ब्रजकिशोर नारायण सिंह ने लगातार जीत हासिल की थी। साथ ही 1985 और 1990 के चुनाव में भी ब्रजकिशोर नारायण सिंह ने कांग्रेस पार्टी की टिकट पर अपनी जीत का सिलसिला कायम रखा था। 1995 में बैकुंठपुर सीट से जनता दल के टिकट पर लालबाबू यादव ने जीत हासिल किया था। वहीं 2000 के विधानसभा चुनाव में समता पार्टी के कैंडिडेट मंजीत कुमार सिंह ने जनता का समर्थन हासिल किया था। 2005 में आरजेडी की टिकट पर देवदत्त प्रसाद ने जीत हासिल की थी। 2010 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू के कैंडिडेट पर मंजीत कुमार सिंह ने जनता का समर्थन हासिल किया था। 2015 में बैकुंठपुर सीट से बीजेपी के कैंडिडेट मिथिलेश तिवारी ने जीत हासिल किया था। लेकिन 2020 के चुनाव में आरजेडी कैंडिडेट प्रेम शंकर प्रसाद ने यहां बाजी पलट दिया था।
Baikunthpur Assembly Seat Result 2020।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव में बैकुंठपुर सीट पर आरजेडी कैंडिडेट प्रेम शंकर प्रसाद ने जीत हासिल की थी। प्रेम शंकर प्रसाद को 67 हजार आठ सौ सात वोट मिला था.....तो बीजेपी उम्मीदवार मिथिलेश तिवारी 56 हजार छह सौ 94 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस तरह से प्रेम शंकर प्रसाद ने मिथिलेश तिवारी को 11 हजार एक सौ 13 वोट के मार्जिन से हरा दिया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट मंजीत कुमार सिंह 43 हजार तीन सौ 54 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

Baikunthpur Assembly Seat Result 2015।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में बैकुंठपुर सीट से बीजेपी कैंडिडेट मिथिलेश तिवारी ने जीत हासिल की थी। मिथिलेश तिवारी को 56 हजार एक सौ 62 वोट मिला था तो जेडीयू कैंडिडेट मंजीत कुमार सिंह को 42 हजार 47 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से मिथिलेश तिवारी ने मंजीत कुमार सिंह को 14 हजार एक सौ 15 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट मनोरमा देवी, 36 हजार सात सौ 34 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहीं थीं।

Baikunthpur Assembly Seat Result 2010।। एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव में बैकुंठपुर सीट से जेडीयू कैंडिडेट मंजीत कुमार सिंह ने जीत हासिल की थी। मंजीत कुमार सिंह को 70 हजार एक सौ पांच वोट मिला था तो आरजेडी कैंडिडेट देवदत्त प्रसाद ने 33 हजार पांच सौ 81 वोट हासिल किया था। इस तरह से मंजीत कुमार सिंह ने देवदत्त प्रसाद को 36 हजार पांच सौ 24 वोट के बड़े भारी अंतर से हरा दिया था। वहीं सीपीआई कैंडिडेट कृष्णा बिहारी प्रसाद यादव , 3 हजार नौ सौ 24 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

Baikunthpur Assembly Seat Result 2005।। एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में बैकुंठपुर सीट से आरजेडी कैंडिडेट देवदत्त प्रसाद ने जीत हासिल की थी। देवदत्त प्रसाद को 44 हजार दो सौ 91 वोट हासिल किया था......तो जेडीयू कैंडिडेट मंजीत कुमार सिंह को 37 हजार छह सौ 34 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से देवदत्त प्रसाद ने मंजीत कुमार सिंह को 6 हजार छह सौ 57 वोट से हरा दिया था। वहीं बीएसपी कैंडिडेट गंगा प्रसाद, 10 हजार एक सौ 88 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।
बैकुंठपुर विधानसभा सीट के नतीजे को तय करने में राजपूत, यादव,ब्राह्मण और मुस्लिम वोटर की अच्छी खासी तादाद है। इसके अलावा रविदास और पासवान वोटर भी नतीजों को तय करने में अहम भूमिका निभाते हैं। 2021 में मंजीत कुमार सिंह ने जेडीयू का दामन थाम लिया था। अगर जेडीयू ने मंजीत कुमार सिंह पर दांव खेला तो यहां मुकाबला दिलचस्प हो जाएगा।