Edited By Ramanjot, Updated: 03 Nov, 2020 03:34 PM
निर्मली विधानसभा सीट (Nirmali Assembly Seat) बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से एक है। निर्मली सीट सुपौल लोकसभा सीट के तहत आता है। 1951 में निर्मली सीट पर हुए पहले चुनाव में यहां से कांग्रेस (Congress) पार्टी के कैंडिडेट कामता प्रसाद गुप्ता ने जीत...
सुपौलः निर्मली विधानसभा सीट (Nirmali Assembly Seat) बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से एक है। निर्मली सीट सुपौल लोकसभा सीट के तहत आता है। 1951 में निर्मली सीट पर हुए पहले चुनाव में यहां से कांग्रेस (Congress) पार्टी के कैंडिडेट कामता प्रसाद गुप्ता ने जीत हासिल किया था।
वहीं 2010 के चुनाव में निर्मली सीट पर जेडीयू (JDU) की टिकट पर अनिरूद्ध प्रसाद यादव ने जनता का समर्थन हासिल किया था तो 2015 के चुनाव में निर्मली सीट पर एक बार फिर अनिरूद्ध प्रसाद यादव ने जेडीयू (JDU) की टिकट पर एक बार फिर जनता का भरोसा जीत लिया था।
विधानसभा चुनाव 2015 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में निर्मली सीट से जेडीयू (JDU) कैंडिडेट अनिरूद्ध प्रसाद यादव ने चुनाव में जीत हासिल की थी। अनिरूद्ध प्रसाद यादव ने चुनाव में 79 हजार 600 वोट हासिल किया था। वहीं बीजेपी (BJP) के कैंडिडेट राम कुमार राय को 55 हजार 649 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से अनिरूद्ध प्रसाद यादव ने राम कुमार राय को 23 हजार 951 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं जाप (JAP) के कैंडिडेट विजय कुमार यादव, 10 हजार एक वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में निर्मली सीट से जेडीयू (JDU) कैंडिडेट अनिरूद्ध प्रसाद यादव ने चुनाव में जीत हासिल की थी। अनिरूद्ध प्रसाद यादव ने चुनाव में 70 हजार 150 वोट हासिल किया था। वहीं कांग्रेस (Congress) के कैंडिडेट विजय कुमार गुप्ता ने 24 हजार 140 वोट हासिल किया था। इस तरह से अनिरूद्ध प्रसाद यादव ने विजय कुमार गुप्ता को 46 हजार 10 वोट के बड़े भारी अंतर से हरा दिया था। वहीं आरजेडी (RJD) कैंडिडेट अरूणा मेहता ने 23 हजार 985 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।
2020 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में यहां महागठबंधन (Mahagathbandhan) और एनडीए (NDA) के बीच मुकाबला होगा। लेकिन जीत तो उसी पार्टी के कैंडिडेट को मिलेगी जिस पर जनता ज्यादा से ज्यादा भरोसा करेगी।