Edited By Swati Sharma, Updated: 27 Aug, 2025 02:43 PM

Bihar News: बिहार सरकार ने दिव्यांगजनों को आर्थिक रूप से दबंग और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। जो यह दिखाता है कि सरकार दिव्यांगजनों को सिर्फ लाभार्थी के रूप में नहीं, बल्कि उद्यमी और योगदानकर्ता के रूप में देखती है। ये बिहार...
Bihar News: बिहार सरकार ने दिव्यांगजनों को आर्थिक रूप से दबंग और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। जो यह दिखाता है कि सरकार दिव्यांगजनों को सिर्फ लाभार्थी के रूप में नहीं, बल्कि उद्यमी और योगदानकर्ता के रूप में देखती है। ये बिहार सरकार और नीतीश कुमार के विजन का ही नतीजा है कि राज्य कैबिनेट ने “मुख्यमंत्री दिव्यांगजन उद्यमी योजना” को मंजूरी दे दी है। इस योजना के तहत राज्य के दिव्यांग युवा और युवतियों को स्वरोजगार एवं उद्यमिता से जोड़कर उन्हें आर्थिक मजबूती देने की पहल की गई है।
अल्पसंख्यक योजना की तर्ज पर लागू होगी नई स्कीम
यह योजना राज्य में पहले से संचालित अल्पसंख्यक उद्यमी योजना की तर्ज पर शुरू की जा रही है। खास बात यह है कि इसे समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत चल रही मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्तिकरण योजना (संबल) से जोड़ा गया है, ताकि दिव्यांगजनों को सिर्फ मदद ही नहीं बल्कि स्थायी रोजगार और व्यावसायिक अवसर भी मिल सकें।
10 करोड़ 25 लाख रुपये की स्वीकृति
राज्य कैबिनेट ने इस महत्वाकांक्षी योजना को लागू करने के लिए 10 करोड़ 25 लाख रुपये की स्वीकृति दे दी है। इस राशि से प्रयोग दिव्यांगजनों को उद्यमी बनाने में किया जाएगा। ताकि शारीरिक रूप से अक्षम लोग स्वरोजगार शुरू करें। इस राशि से उन्हें वित्तीय सहयोग और जरूरी संसाधन भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
दिव्यांगजनों के जीवन में आएगा बदलाव
बताते चलें कि बिहार सरकार और नीतीश कुमार दिव्यांगों की प्रतिभा को भी बिहार के विकास में शामिल करना चाहती है। इस योजना का लाभ उठाकर दिव्यांगजन अपने पैरों पर खड़े होकर समाज में आत्मनिर्भर और सशक्त नागरिक के रूप में पहचान बना सकेंगे। इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और दिव्यांगजन सम्मान के साथ जीवन यापन कर सकेंगे।