Edited By Ramanjot, Updated: 09 Apr, 2025 05:26 PM

राजधानी में गंगा नदी के किनारे बने जेपी गंगा पथ परियोजना का विस्तार दीदारगंज तक होने जा रहा है। अभी दीघा से लेकर कंगन घाट तक यह पथ तैयार है।
पटना: राजधानी में गंगा नदी के किनारे बने जेपी गंगा पथ परियोजना का विस्तार दीदारगंज तक होने जा रहा है। अभी दीघा से लेकर कंगन घाट तक यह पथ तैयार है। अब इसका विस्तार दीदारगंज तक होने जा रहा है, जिसका लोकार्पण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार (10 अप्रैल) को करेंगे। करीब 3831 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस परियोजना का निर्माण बिहार राज्य पथ निर्माण निगम ने कराया है। पटना शहर के दो महत्वपूर्ण छोरों को जोड़ने वाली इस अतिमहत्वपूर्ण सड़क की लंबाई 20.5 किलोमीटर है।
प्रगति यात्रा के दौरान डॉउन रैंप को मिली थी स्वीकृति
फरवरी 2025 की 'प्रगति यात्रा' के दौरान मंदिरी नाला से जेपी गंगा पथ की सीधी संपर्कता के अलावा गायघाट में नदी की ओर डाउन रैंप निर्माण की स्वीकृति भी दी गई थी। इस सड़क की सबसे बड़ी खासियत इसकी बहुआयामी संपर्कता है। यह पटना के सबसे जाम वाले इलाकों के लिए सबसे बेहतरीन विकल्प है। पटना के दो विपरित छोर दिघा से दीदारगंज तक की दूरी को पूरी करने में बेहद कम समय लगेगा। यह अटल पथ, एलसीटी घाट, गांधी मैदान, पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय, एनआईटी, गायघाट, कंगन घाट, कृष्णा घाट और पटना घाट जैसे सभी महत्वपूर्ण स्थानों को एक सीध में जोड़ती है। इससे पटना के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों के बीच यातायात काफी सुगम हो गया है।
जेपी के नाम पर हुआ इसका नामाकरण
लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती 11 अक्टूबर 2013 पर इस परियोजना की नींव रखी गई थी। उसी दिन से इसे जेपी गंगा पथ नाम दिया गया। पिछले कुछ वर्षों में इसका निर्माण चरणबद्ध रूप में हुआ है। पहले चरण में दीघा से गांधी मैदान तक 7.5 किमी सड़क 24 जून 2022 को जनता को समर्पित की गई। इसके बाद दूसरे चरण में 14 अगस्त 2023 पीएमसीएच से गायघाट तक 5.0 किमी, तीसरे चरण 10 जुलाई 2024 को गायघाट से कंगन घाट तक 3.0 किमी और चौथे चरण में कृष्णा घाट संपर्क पथ का उद्घाटन 3 अक्टूबर 2024 को किया गया।
उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच बनेगा मजबूत संपर्क
यह सड़क जे.पी. सेतु और महात्मा गांधी सेतु से जुड़ती है, जिससे उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच सफर और भी आसान हो गया है। दीदारगंज तक पूर्ण होने के बाद यह सड़क कच्चीदरगाह-बिदुपुर छह लेन पुल से भी जुड़ जाएगी। यह अत्याधुनिक सड़क मार्ग आज पटना की जीवन रेखा तो बन ही गई है। साथ ही उत्तर बिहार को पटना के साथ जोड़ने और अन्य दक्षिण बिहार की तरफ जाने वाले कई प्रमुख रास्तों से भी बेहतरीन संपर्कता प्रदान करने वाली अति महत्वपूर्ण सड़क बनती जा रही है।

बिहटा से मोकामा तक होगा विस्तार
परियोजना के विस्तार की भी मंजूरी मिल गई है। पश्चिम में कोईलवर पुल तक और पूर्व में दीदारगंज से फतुहा, बख्तियारपुर होते हुए मोकामा तक पुराने एनएच के चौड़ीकरण की योजना पर भी जल्द कार्य शुरू होगा। इतना ही नहीं दीघा से गांधी मैदान के बीच गंगा किनारे समग्र उद्यान भी विकसित किया जाएगा।
पटना रिंग रोड से भी जुड़ेगा गंगा पथ
वर्तमान में यह पथ गंगा नदी पर कुल पांच पुलों से जुड़ रहा है, जिनमें से तीन पुल निर्माणाधीन हैं। यह पटना रिंग रोड से होकर गुजरता है। कोईलवर तक विस्तार होने पर यह एनएच-922, एनएच-319 और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से भी संपर्क बनाएगा।
प्रमुख विशेषताएं:
- अटल पथ, एलसीटी घाट, गांधी मैदान, पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय, एनआईटी, कृष्णा घाट, गाय घाट, कंगन घाट एवं पटना घाट के बीच सुगम संपर्कता
- दीघा से कंगन घाट तक मार्ग का पूर्ण हो जाना — पटना की ट्रैफिक समस्या में बड़ी राहत।
- पर्यटन, शिक्षा, चिकित्सा, धार्मिक एवं सामाजिक स्थलों तक आवागमन में समय और दूरी की कमी हुई
- पटना रिंग रोड से सीधा जुड़ाव, जिससे यह मार्ग और अधिक प्रभावी हो गया है।
- उत्तर बिहार खासकर छपरा, गोपालगंज, सीवान समेत अन्य जिलों से इलाज के लिए पीएमसीएच तक आने वाले लोगों को समय की काफी बचत होगी
- पटना के लोगों को शाम में गंगा किनारे बेहद सुंदर पर्यटकीय नजारा देखने को मिलता है। शाम को यहां का नजारा बेहद खास होता है
- इस इलाके को स्मार्ट पटना योजना के तहत शहर के प्रमुख मनोरम स्थल एवं उद्यान के तौर पर विकसित करने की योजना है, जिसे जल्द मूर्तरूप दिया जाएगा।
विस्तार की दिशा में अग्रसर:
• जेपी गंगा पथ का विस्तार बिहटा में कोईलवर पुल तक — अब पटना से आरा-बक्सर (NH-922), आरा-मोहनिया (NH-319) एवं पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तक सीधा जुड़ाव संभव।
• गंगा नदी पर 5 पुलों से संपर्क, जिनमें से 3 पुलों का निर्माण शीघ्र पूर्ण होने वाला है।