Edited By Swati Sharma, Updated: 04 Feb, 2025 03:00 PM
Bihar News: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिए राज्य सरकार 10 फरवरी से राज्य के 24 जिलों में मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन यानी सर्वजन दवा सेवन अभियान शुरू करने जा रही है। पांडेय ने मंगलवार को बताया कि यह अभियान हर...
Bihar News: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिए राज्य सरकार 10 फरवरी से राज्य के 24 जिलों में मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन यानी सर्वजन दवा सेवन अभियान शुरू करने जा रही है। पांडेय ने मंगलवार को बताया कि यह अभियान हर वर्ष आयोजित किया जाता है, जिससे लोग फाइलेरिया से बचाव के लिए फाईलेरिया रोधी दवाओं का सेवन करें। जागरूकता की कमी के कारण अब भी कई लोग दवा नहीं खाते हैं, जिससे इस गंभीर बीमारी का खतरा बना रहता है। इसे ध्यान रखते हुए इस बार अभियान को अधिक प्रभावी बनाने के लिए अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित किया गया है, जिससे अधिक से अधिक लोगों तक जागरूकता पहुंचे और दवा सेवन का कवरेज शत-प्रतिशत सुनिश्चित किया जा सके।
'इस अभियान के दौरान दवा सेवन सुनिश्चित कराने पर दिया जाएगा बल'
पांडेय ने बताया कि इस अभियान में पंचायती राज, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, नगर विकास एवं आवास सहित 15 से अधिक विभागों को शामिल किया गया है। इन विभागों की सहभागिता से समाज के हर वर्ग तक फाइलेरिया उन्मूलन का संदेश पहुंचेगा। सभी विभाग अपने-अपने स्तर पर लोगों को जागरूक करने का कार्य करेंगे, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी पात्र व्यक्ति दवा खाने से वंचित न रहे। अभियान के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर पात्र लाभार्थियों को दवा खिलाएंगे। दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को छोड़कर सभी लोगों को यह दवा खिलाई जाएगी। मंत्री ने बताया कि दस फरवरी से यह अभियान पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, जमुई, कैमूर, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, सारण, गया, बांका, बेगूसराय, भागलपुर, जहानाबाद, कटिहार, खगड़िया, सहरसा, सिवान, सुपौल, औरंगाबाद, शिवहर, अरवल, वैशाली, सीतामढ़ी और शेखपुरा जिलों में चलाया जाएगा। इस अभियान के दौरान दवा सेवन सुनिश्चित कराने पर बल दिया जाएगा और इसके लिए प्रशिक्षित ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर की टीम तैनात की जाएगी, जो यह सुनिश्चित करेगी कि दवा सेवन सही तरीके से हो।
अधिकारियों को दिए गए ये निर्देश
पांडेय ने कहा कि इस अभियान की सफलता के लिए सभी संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने कर्मचारियों और उनके परिवारों को भी दवा खाने के लिए प्रेरित करें। सरकार का लक्ष्य है कि इस अभियान के माध्यम से फाइलेरिया के कारण होने वाली जटिलताओं जैसे हाथीपांव और हाइड्रोसील से लोगों को सुरक्षित रखा जाए और राज्य में शत-प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित किया जाए। इस दिशा में अंतर्विभागीय समन्वय और जनसहयोग से ठोस प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे बिहार को फाइलेरिया मुक्त बनाने के लक्ष्य को शीघ्र पूरा किया जा सके।