Edited By Ramanjot, Updated: 27 Jul, 2025 05:54 PM
वहीं 1995 और 2000 के विधानसभा चुनाव में समता पार्टी के उम्मीदवार श्रवण कुमार ने जनता का भरोसा जीता था। 2005 में आरजेडी कैंडिडेट विजयेंद्र कुमार यादव ने यहां जीत हासिल की थी। वहीं 2010 के चुनाव में तरारी सीट से जेडीयू कैंडिडेट सुनील पांडे ने...
Tarari Assembly Seat: तरारी विधानसभा सीट आरा लोकसभा के तहत आता है। 1951 में तरारी विधानसभा सीट अस्तित्व में आया था। उस वक्त इस सीट को तरारी कम पीरो कहा जाता था। लेकिन साल 2010 में पीरो सीट का नामकरण तरारी किया गया था। 1951 में सोशलिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के कैंडिडेट देवीदयाल राम ने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। वहीं 1957 में तरारी सीट से होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट सुमित्रा देवी ने जीत हासिल की थी 1962 में तरारी विधानसभा सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट इंद्रमणि सिंह ने जनता का भरोसा हासिल करने में कामयाबी हासिल कर ली थी। 1967 के चुनाव में तरारी सीट से सोशलिस्ट पार्टी से आर एम राय ने जीत हासिल की थी।
वहीं 1969 में तरारी सीट पर सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट राम इकबाल सिंह वारसी ने विरोधियों को मात दे दी थी। 1972 में तरारी सीट पर हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट जय नारायण ने जीत हासिल की थी। वहीं 1977 में इस सीट पर जनता पार्टी ने रघुपति गोप ने विरोधियों को मात देने में कामयाबी हासिल की थी। 1980 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट मुन्नी सिंह ने जनता पार्टी से तरारी सीट छीन लिया था। 1985 के चुनाव में यहां से लोक दल की टिकट पर रघुपति गोप ने विरोधियों को चारों खाने चित कर दिया था तो 1990 के विधानसभा चुनाव में तरारी सीट से इंडियन पीपुल्स फ्रंट के कैंडिडेट चंद्रदीप सिंह ने जीत हासिल किया था।

वहीं 1995 और 2000 के विधानसभा चुनाव में समता पार्टी के उम्मीदवार श्रवण कुमार ने जनता का भरोसा जीता था। 2005 में आरजेडी कैंडिडेट विजयेंद्र कुमार यादव ने यहां जीत हासिल की थी। वहीं 2010 के चुनाव में तरारी सीट से जेडीयू कैंडिडेट सुनील पांडे ने विरोधियों को मात दिया था। 2015 और 2020 के चुनाव में तरारी सीट से भाकपा माले के कैंडिडेट सुदामा प्रसाद ने जीत हासिल की थी। वहीं बाद में इस सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी विशाल प्रशांत विधायक बन गए। विशाल प्रशांत ने 10 हजार छह सौ 12 वोट के अंतर से भाकपा माले के उम्मीदवार राजू यादव को हराया था
Tarari Seat Result 2020 ।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव में तरारी सीट पर भाकपा माले उम्मीदवार सुदामा प्रसाद ने जीत हासिल की थी। सुदामा प्रसाद को 73 हजार नौ सौ 45 वोट मिला था जबकि निर्दलीय कैंडिडेट सुनील पांडे 62 हजार नौ सौ तीस वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस तरह से सुदामा प्रसाद ने सुनील पांडे को 11 हजार 15 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं बीजेपी उम्मीदवार कौशल कुमार विद्यार्थी 13 हजार आठ सौ 33 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
Tarari Seat Result 2015 ।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में तरारी सीट से भाकपा माले के कैंडिडेट सुदामा प्रसाद ने जीत हासिल की थी। सुदामा प्रसाद को 44 हजार 50 वोट मिला था जबकि एलजेपी की कैंडिडेट गीता पांडे को 43 हजार सात सौ 78 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से सुदामा प्रसाद ने गीता पांडे को महज दो सौ 72 वोट के बेहद कम अंतर से हरा दिया था। वहीं कांग्रेसी कैंडिडेट अखिलेश प्रसाद सिंह, 40 हजार नौ सौ 57 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
Tarari Seat Result 2010 ।। एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव में तरारी सीट पर जेडीयू कैंडिडेट सुनील पांडे ने जीत हासिल की थी। सुनील पांडे को 48 हजार चार सौ 13 वोट मिला था जबकि आरजेडी कैंडिडेट आबिद रिजवी ने 34 हजार 93 वोट हासिल किया था। इस तरह से सुनील पांडे ने आबिद रिजवी को 14 हजार तीन सौ 20 वोट से हरा दिया था। वहीं भाकपा माले के कैंडिडेट कामता प्रसाद सिंह, 30 हजार एक सौ 11 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

तरारी विधानसभा सीट पर 2024 के लोकसभा चुनाव में भाकपा माले को पांच हजार सात सौ 73 वोटों की लीड मिली थी। इस लिहाज से ये कहा जा सकता है कि इस बार भाकपा माले तरारी में बीजेपी को कड़ी टक्कर देने वाली है।