Edited By Ramanjot, Updated: 21 Jul, 2025 04:19 PM
1980 में इस सीट से जनता पार्टी सेकुलर के कैंडिडेट गणेश प्रसाद सिंह ने सभी विरोधियों को धूल चटा दिया था। वहीं 1985 के विधानसभा चुनाव में मसौढ़ी सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट पूनम देवी ने जीत हासिल किया था। 1990 के विधानसभा चुनाव में मसौढ़ी सीट से इंडियन...
Masaurhi Assembly Seat: मसौढ़ी विधानसभा सीट पाटलिपुत्र लोकसभा के तहत आता है। मसौढ़ी विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। 1957 में मसौढ़ी सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट नवल किशोर चौधरी ने जीत हासिल की थी। 1962 के विधानसभा चुनाव में मसौढ़ी सीट से कांग्रेसी उम्मीदवार सरस्वती चौधरी ने विरोधियों को मात दे दिया था तो 1967 में मसौढी सीट से सीपीआई के कैंडिडेट भुवनेश्वर सिंह ने जीत हासिल की थी लेकिन 1969 के चुनाव में मसौढ़ी सीट पर पहली बार जनसंघ के कैंडिडेट रामदेवन दास यादव ने जीत हासिल की थी। 1972 में मसौढी विधानसभा सीट से भुवनेश्वर शर्मा ने सीपीआई की टिकट पर जनता का भरोसा हासिल करने में कामयाबी हासिल किया था। वहीं 1977 के चुनाव में जनता पार्टी के टिकट पर रामदेव प्रसाद यादव ने जीत का परचम लहरा दिया था।

1980 में इस सीट से जनता पार्टी सेकुलर के कैंडिडेट गणेश प्रसाद सिंह ने सभी विरोधियों को धूल चटा दिया था। वहीं 1985 के विधानसभा चुनाव में मसौढ़ी सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट पूनम देवी ने जीत हासिल किया था। 1990 के विधानसभा चुनाव में मसौढ़ी सीट से इंडियन पीपुल्स फ्रंट पार्टी के कैंडिडेट योगेश्वर गोप पर लोगों ने भरोसा जताया था। वहीं 1995 के विधानसभा चुनाव में जनता दल ने मसौढ़ी सीट पर जीत का परचम लहराया था। जनता दल के टिकट पर गणेश प्रसाद सिंह ने विरोधियों को मात देने में कामयाबी हासिल की थी तो साल 2000 के विधानसभा चुनाव में धर्मेंद्र प्रसाद यादव ने आरजेडी के कैंडिडेट के तौर पर जनता का भरोसा जीत लिया था। 2005 में जेडीयू के टिकट पर पूनम देवी यादव ने तो 2010 में अरुण मांझी ने मसौढ़ी में जीत हासिल किया था। वहीं 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी कैंडिडेट रेखा देवी ने विरोधियों को मसौढ़ी में मात दे दिया था।
एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव में मसौढ़ी सीट पर आरजेडी कैंडिडेट रेखा देवी ने जीत हासिल की थी। रेखा देवी को 98 हजार छह सौ 96 वोट मिला था जबकि जेडीयू उम्मीदवार नूतन पासवान 66 हजार चार सौ 69 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से रेखा देवी ने नूतन पासवान को 32 हजार दो सौ 27 वोट के बड़े मार्जिन से हरा दिया था। वहीं एलजेपी कैंडिडेट परशुराम कुमार 9 हजार छह सौ 82 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में मसौढ़ी सीट से आरजेडी की टिकट पर रेखा देवी ने जीत हासिल किया था। रेखा देवी को 89 हजार छह सौ 57 वोट मिला था। वहीं हम कैंडिडेट नूतन पासवान को 50 हजार चार सौ 71 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से रेखा देवी ने नूतन पासवान को 39 हजार एक सौ 86 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं सीपीआई एमएल के कैंडिडेट गोपाल रविदास 18 हजार नौ सौ तीन वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव में मसौढ़ी सीट पर जेडीयू कैंडिडेट अरुण मांझी ने जीत हासिल की थी। अरुण मांझी को 56 हजार नौ सौ 77 वोट मिला था जबकि एलजेपी कैंडिडेट अनिल कुमार ने 51 हजार नौ सौ 45 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से अरुण मांझी ने अनिल कुमार को 5 हजार 32 वोट से हरा दिया था। .वहीं सीपीआई एमएल के कैंडिडेट गोपाल रविदास 14 हजार पांच सौ 32 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में मसौढ़ी सीट से जेडीयू कैंडिडेट पूनम देवी ने जीत हासिल की थी। पूनम देवी को 41 हजार तीन सौ 14 वोट मिला था जबकि आरजेडी कैंडिडेट राजकिशोर प्रसाद को 30 हजार 47 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से पूनम देवी ने राजकिशोर प्रसाद को 11 हजार दो सौ 67 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं सीपीआई एमएल एल के कैंडिडेट शशि यादव 15 हजार एक सौ 29 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।

मसौढ़ी विधानसभा सीट के चुनावी नतीजों को तय करने में दलित और यादव वोटरों की अहम भूमिका है। वैसे मसौढ़ी विधानसभा सीट पर आरजेडी को बढ़त हासिल है। 2024 के लोकसभा चुनाव में मसौढ़ी विधानसभा सीट पर मीसा भारती ने रामकृपाल यादव पर 32 हजार से ज्यादा की लीड बनाई थी। इसलिए 2025 के विधानसभा चुनाव में भी मसौढ़ी सीट पर आरजेडी को जीत मिल सकती है।