Edited By Ramanjot, Updated: 28 Dec, 2022 11:30 AM

ललन सिंह ने मंगलवार को यहां कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार का पिछड़ा विरोधी चेहरा बेनकाब हो गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने 05 दिसंबर को निकाय चुनावों के लिए जारी अधिसूचना रद्द करते हुए बगैर अन्य...
पटनाः बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि अति पिछड़ा आरक्षण मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तमाम साजिशें नाकाम हो गई और प्रदेश में आरक्षण के साथ स्थानीय निकाय के प्रथम चरण का चुनाव सम्पन्न हो गया वहीं दूसरे चरण का चुनाव बुधवार को सम्पन्न होने जा रहा है।
"BJP का अति पिछड़ा विरोधी चेहरा हुआ बेनकाब"
ललन सिंह ने मंगलवार को यहां कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार का अति पिछड़ा विरोधी चेहरा बेनकाब हो गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने 05 दिसंबर को निकाय चुनावों के लिए जारी अधिसूचना रद्द करते हुए बगैर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) आरक्षण के चुनाव कराने का आदेश दिया है।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि इससे स्पष्ट है कि भाजपा नेता नरेंद्र मोदी का अतिपिछड़ा विरोधी चेहरा केवल बनावटी और दिखावटी है। लखनऊ पीठ के आदेश के बाद भाजपा का आरक्षण विरोधी चेहरा स्पष्ट रूप से उजागर हो गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में आरक्षण का यही हश्र है जबकि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साबित कर दिया है कि उनके रहते आरक्षण व्यवस्था में कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता। भाजपा की तमाम अड़ंगेबाजी के बावजूद अतिपिछड़ा आरक्षण व्यवस्था के साथ बिहार में नगर निकाय के चुनाव हो रहे हैं।