Edited By Mamta Yadav, Updated: 13 Dec, 2024 11:58 PM
पटना में ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा अधिवेशन भवन में शुक्रवार को ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम के कार्यान्वयन पर संवाद सत्र आयोजित किया गया। ज्ञात हो कि पटना में दिनांक 22 नवंबर 2024, को मुख्यमंत्री के कर कमलों द्वारा ग्रामीण सड़कों...
Patna News: पटना में ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा अधिवेशन भवन में शुक्रवार को ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम के कार्यान्वयन पर संवाद सत्र आयोजित किया गया। ज्ञात हो कि पटना में दिनांक 22 नवंबर 2024, को मुख्यमंत्री के कर कमलों द्वारा ग्रामीण सड़कों के नियमित एवं व्यवस्थित पुनर्निर्माण/उन्नयन/नवीनीकरण हेतु मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना के तहत एक नए अवयव के रूप में ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।
ग्रामीण सड़कों का गुणवतापूर्ण निर्माण और रखरखाव राज्य सरकार की प्राथमिकता
संवाद सत्र को संबोधित करते हुए मंत्री डॉक्टर अशोक चौधरी ने कहा की ग्रामीण सड़कों के गुणवतापूर्ण निर्माण और रखरखाव राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से राज्य के किसी भी सुदूरवर्ती क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण सड़कों का मुख्यमंत्री का सपना साकार होगा एवं ग्रामीण सड़कों का सतत रखरखाव संभव हो पाएगा। मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व राज्यभर में लगभग 1,18,000 कि०मी० ग्रामीण सड़कों का निर्माण हुआ है जो अपने आप में बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने मुख्य सचिव, अमृत लाल मीणा, दीपक कुमार सिंह अपर मुख्य सचिव, ग्रामीण कार्य विभाग एवं विभाग के अन्य पदाधिकारियों के कार्यों की तारीफ की। संवाद सत्र में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल मुख्य सचिव, अमृत लाल मीणा ने निर्देश दिया कि राज्य की ग्रामीण सड़कें नए तकनीकों के माध्यम से सतत संधारित रहे इसकी विशेष व्यवस्था सुनिश्चित करना होगा। मुख्य सचिव ने कहा कि जो भी संवेदक ग्रामीण सड़कों को सतत संधारित नहीं करते हैं तो उनपर कार्रवाई करते हुए वित्तीय कटौती किया जाय। उन्होंने ने बरसात से पहले राज्य के ग्रामीण सड़कों को सुदृढ़ करने का भी निर्देश दिया।
21 दिनों के अंदर किए गए कार्यों का भुगतान करने का निर्णय
मुख्य सचिव ने संवाद सत्र में संवेदकों को निर्देश दिया कि निविदा प्रक्रिया में भाग लेने वाले सभी अधिकारी और विभागीय कर्मियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे इस नई प्रक्रिया के तहत अपने दायित्वों का पालन करें। साथ ही, निविदा प्रक्रिया में आने वाली किसी भी समस्या को दूर करने के लिए विभागीय स्तर पर सभी प्रयास किए जाएँगे। खराब कार्यों का rectification या फिर से कार्य करना संवेदकों का मूल कर्तव्य होगा। इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन के दौरान पूरे अवधि में संवेदक को Key Person (Engineer & Supervisor स्थल पर उपस्थित रहेंगे एवं उनका यह दायित्व होगा का प्रत्येक 28वें दिन कराए गए (Initial Rectification, Minor Improvement if required & Surface Renewal) Input Based कार्य का विपत्र समर्पित करेंगे। उस विपत्र को कनीय अभियंता द्वारा 7 दिनों के अंदर जाँच कर सहायक अभियंता को समर्पित किया जायेगा। सहायक अभियंता द्वारा 3 दिनों के अंदर उस विपत्र को जाँचोपरान्त कार्यपालक अभियंता को समर्पित करेंगे। कार्यपालक अभियंता द्वारा प्राप्त विपत्र जाँच की सभी प्रक्रिया को पुरी कर अधिकतम 10 दिनों के अंदर संवेदक को भुगतान कराना सुनिश्चित करेंगे। इस प्रकार कुल किये गये कार्य का भुगतान 21 दिनों के अंदर करना सुनिश्चित किया जा सकेगा।
चयनित पथों की गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए 7 वर्षों तक की जाएगी देखभाल
अभियंता प्रमुख भगवत राम ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए संवेदकों से कहा कि इस कार्यक्रम अंतर्गत ग्रामीण कार्य विभाग अंतर्गत विभिन्न योजनाओं से निर्मित एवं पंचवर्षीय अनुरक्षण/ Defect Liability अवधि से 31 मार्च 2024 तक बाहर एवं अभी तक स्वीकृत नहीं किए गए सभी क्षतिग्रस्त पक्के ग्रामीण पथों का डी० पी०आर० तैयार कर नियमानुसार स्वीकृत किया जाना है। अनुरक्षण से बाहर एवं उनके स्थान पर स्वीकृत ‘ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम’ के तहत निविदा की कार्रवाई किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत चयनित पथों की गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए आगामी सात वर्षों तक उनकी उचित देखभाल की जाएगी। इस अवधि में दो बार पथ के कालीकृत भाग पर मरम्मत कार्य किया जाएगा ताकि सड़कों की राइडिंग क्वालिटी बनी रहे। साथ ही ग्रामीण कार्य विभाग यह सुनिश्चित करेगा की कि संवेदक को प्रत्येक पथ पर त्वरित जवाबदेही वाहन (Rapid Response Vehicle) रखना अनिवार्य होगा ताकि किसी भी गड़बड़ी को निर्धारित समयसीमा में सुधारा जा सके।
पथ निर्माण संबंधी विशेषज्ञों के दक्षता का लाभ ग्रामीण कार्य विभाग के द्वारा बनाये जाने वाले सड़कों को भी मिले इसके लिए पथ निर्माण विभाग के सेवानिवृत मुख्य अभियंता चंद्रशेखर, सेवानिवृत मुख्य अभियंता संजय कुमार एवं सेवानिवृत मुख्य अभियंता रमेश कुमार सिंह ने भी संवेदकों का मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम में अभियंता प्रमुख श्रीप्रकाश, ग्रामीण कार्य विभाग एवं विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।