Edited By Ramanjot, Updated: 04 Jun, 2025 07:58 PM
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना जिलान्तर्गत अथमलगोला में 20.13 करोड़ रुपये लागत की प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय एवं आवासीय परिसर के नवनिर्मित भवनों का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया।
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना जिलान्तर्गत अथमलगोला में 20.13 करोड़ रुपये लागत की प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय एवं आवासीय परिसर के नवनिर्मित भवनों का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया।
उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने प्रखंड सह अंचल कार्यालय भवन के विभिन्न भागों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं और सुविधाओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अथमलगोला के नवनिर्मित जीविका भवन की चाबी जीविका दीदियों को सौंपी।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से कहा कि आपलोग अच्छा काम कर रहीं हैं, इसी तरह काम करते रहिये। आपलोगों की सुविधाओं और सहूलियत का ध्यान सरकार रख रही है ताकि आपलोग आगे बढ़ें।

यह कार्यालय भवन तीन मंजिला है। प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय परिसर में पदाधिकारियों एवं कर्मियों के लिए आवास भी निर्मित किया गया है। भवन के छत पर 50 किलोवाट का सोलर पैनल लगाया गया है, जिससे कार्यालय भवन में बिजली की बचत होगी।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने अथमलगोला में 45.90 करोड़ रुपये लागत की राजकीय अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय +2 उच्च विद्यालय के नवनिर्मित भवन का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने भवन का निरीक्षण किया। इस भवन में प्रशासनिक भवन सहित विद्यालय भवन, 260+260 बेड का दो छात्रावास भवन एवं 20 शिक्षकों तथा अन्य कर्मियों के लिए आवास का निर्माण किया गया है।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने छात्रावास की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यह भवन अच्छा बना है। विद्यार्थियों के पठन-पाठन और रहने-सहने की व्यवस्था की गयी है। विद्यार्थियों के लिये खेल मैदान का भी निर्माण करायें ताकि पढ़ाई के साथ-साथ खेल कूद में भी सक्रिय रहें।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने बाढ़ में 72.79 करोड़ रुपये लागत की राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान के नवनिर्मित भवन का फीटा काटकर एवं शिलान्यास अनावरण कर उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने शैक्षणिक एवं प्रशासनिक भवन के विभिन्न भागों का निरीक्षण किया। इस दौरान वहां छात्र-छात्राओं से मुलाकात की और लैब को भी देखा। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आपलोग ठीक से पढ़ाई करें और आगे बढ़ें।

मुख्यमंत्री ने राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान परिसर में पौधारोपण भी किया। इस भवन में चार मंजिला प्रशासनिक एवं शैक्षणिक भवन तथा छात्र एवं छात्राओं के लिए अलग-अलग छात्रावास का निर्माण किया गया है। भवन के छत पर 150 किलोवाट का सोलर पैनल लगाया गया है, जिससे कार्यालय भवन में बिजली की बचत होगी।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने बाढ़ में 24.70 करोड़ रुपये लागत की 100 बेड वाले नये अस्पताल भवन का फीता काटकर एवं शिलान्यास अनावरण कर उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने अस्पताल के विभिन्न भागों- नर्सेज रूम, ओ०पी०डी०, भर्ती कक्ष आदि का निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं और सुविधाओं की जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पताल में मरीजों की सारी सुविधाओं का ध्यान रखें ताकि उन्हें इलाज कराने में किसी प्रकार की असुविधा न हो। 100 बेड वाला यह अस्पताल भवन चार मंजिला है। इस भवन में मेडिकल गैस पाईप लाईन, अग्नि सुरक्षा प्रणाली, लिफ्ट एवं एयर कंडीशन की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने बहादुरपुर के पास बख्तियारपुर-ताजपुर निर्माणाधीन पुल का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ताजपुर से करजान तक बनने वाले इस पुल का निर्माण तेजी से पूर्ण करें। इस पुल के बन जाने से लोगों को आवागमन में काफी सहूलियत होगी। उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार की सम्पर्कता को और आसान बनाने में यह पुल उपयोगी होगा।

कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुमित कुमार सिंह, भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री हरी सहनी, विधायक ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू, विधायक नीलम देवी, विधान पार्षद नीरज कुमार सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप आर० पुदुकलकट्टी, पटना प्रमंडल के आयुक्त डॉ० चंद्रशेखर सिंह, बिहार राज्य पथ विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक शीर्षत कपिल अशोक, पटना के जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एस०एम०, वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।