Edited By Ramanjot, Updated: 12 Mar, 2025 04:22 PM

पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक ने बुधवार को बयान जारी कर कहा कि उपेंद्र कुशवाहा ने होली पर लोगों से अमन, शांति, भाईचारा बनाए रखने की अपील की और कहा कि होली में एक-दूसरे के साथ रंग खेलें लेकिन किसी के साथ जोर-जबर्दस्ती न...
पटना: राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने होली (Holi) की बिहार और देश के लोगों को मुबारकबाद दी और कहा कि यह देश सबका है, सब साथ मिल कर मनाएं होली-रमजान।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक ने बुधवार को बयान जारी कर कहा कि उपेंद्र कुशवाहा ने होली पर लोगों से अमन, शांति, भाईचारा बनाए रखने की अपील की और कहा कि होली में एक-दूसरे के साथ रंग खेलें लेकिन किसी के साथ जोर-जबर्दस्ती न करें। उन्होंने लोगों को केमिकल रंगों से बचने की सलाह दी और कहा कि इसकी जगह प्राकृतिक रंगों या फूलों का इस्तेमाल लोग करें ताकि रंग-गुलाल खेलने वालों को किसी तरह का नुकसान न हो। उन्होंने कहा कि होली संयम के साथ खुशियां मनाने का पर्व है, इसलिए सब लोग संयम और सादगी के साथ होली मनाएं।
मल्लिक ने बताया कि कुशवाहा ने कहा कि पर्व-त्योहारों में किसी तरह की सियासत नहीं होनी चाहिए। होली और जुमा एक दिन होने पर उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार तो नहीं हुआ है। पहले भी होली के दौरान जुमा की नमाज पढ़ी जाती रही है और कहीं कोई हंगामा या विवाद नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि हमारे देश में समाज का जो तानाबाना है उस पर इस तरह की बातों से बहुत ज्यादा असर नहीं हो सकता है क्योंकि हमारा देश अनेकता में एकता का संदेश देता है। हमारे देश में हर तरह के लोग हैं, हर जाति, हर धर्म और हर आस्था के लोग हैं, उनकी राय अलग-अलग हो सकती है लेकिन राष्ट्रीय भावना सबके अंदर होती है इसलिए इस तानेबाने को एकाध लोग नहीं बिगाड़ सकते।
मल्लिक ने कहा कि कुशवाहा ने इस तरह के विवाद को फजूल बताते हुए कहा कि इससे न राष्ट्र का भला होगो, न राज्य का और न ही समाज का। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सिर्फ सुर्खियों में रहने के लिए कुछ भी बोल देते हैं लेकिन हमारा समाज उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेता। उन्होंने साफ किया कि बिहार में नीतीश कुमार की अगुआई वाली सरकार इस तरह के मामलों को लेकर बहुत ही सख्त है और कोई भी यदि गड़बड़ी करने की कोशिश करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। कुशवाहा ने धर्माचार्यों को भी सलाह दी कि वे धर्म के काम में लगे हैं अच्छी बात है, वे ऐसा करते रहें, सियासत का काम हम जैसे सियासी लोगों पर छोड़ दें।