Edited By Swati Sharma, Updated: 04 Oct, 2023 02:17 PM

दिल्ली राउज एवेन्यू कोर्ट द्वारा नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में लालू यादव(Lalu yadav) और उनके परिवार को जमानत दिए जाने पर राजद एमएलसी कारी सोहैब ने कहा कि आज एक महत्वपूर्ण दिन है। देश देख सकता है कि कैसे एक वृद्ध व्यक्ति जो कई बीमारियों से...
पटनाः दिल्ली राउज एवेन्यू कोर्ट द्वारा नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में लालू यादव(Lalu yadav) और उनके परिवार को जमानत दिए जाने पर राजद एमएलसी कारी सोहैब ने कहा कि आज एक महत्वपूर्ण दिन है। देश देख सकता है कि कैसे एक वृद्ध व्यक्ति जो कई बीमारियों से पीड़ित है। किडनी ट्रांसप्लांट कराने वाले को परेशान किया जा रहा है और झूठे मामले में फंसाया जा रहा है।
लालू परिवार को कोर्ट ने दी जमानत
राजद एमएलसी ने कहा कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि वह पिछड़े और गरीब का बेटा है। उन्हें यह बर्दाश्त नहीं है कि लालू प्रसाद यादव एक गरीब का बेटा हैं। बता दें कि दिल्ली की एक अदालत ने रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को बुधवार को जमानत दे दी। विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने आरोपियों को उनके खिलाफ जारी समन के अनुपालन में अदालत में पेश होने के बाद यह राहत दी।
क्या है मामला?
बता दें कि यह मामला 2004 से 2009 तक रेल मंत्री के रूप में लालू प्रसाद के कार्यकाल के दौरान मध्य प्रदेश के जबलपुर में रेलवे के पश्चिम-मध्य क्षेत्र में ग्रुप-डी नियुक्तियों से संबंधित है, जिसके बदले में आवेदकों ने राजद सुप्रीमो के परिजनों या सहयोगियों के नाम पर भूमि उपहार में दी थी या हस्तांतरित की थी। जांच एजेंसी ने 18 मई 2022 को लालू, उनकी पत्नी, दो बेटियों और अज्ञात लोक सेवकों व निजी व्यक्तियों सहित 15 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। सीबीआई ने पिछले साल अक्टूबर में लालू, राबड़ी और अन्य के खिलाफ मामले में पहला आरोप पत्र दायर किया था। यह रेलवे के मुंबई मुख्यालय वाले सेंट्रल जोन में की गई नियुक्तियों से संबंधित था।