Edited By Khushi, Updated: 26 Feb, 2023 01:12 PM

किसानों की समस्या को लेकर भारतीय यूनियन के नेता राकेश टिकैत द्वारा कैमूर में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। यहां उन्होंने किसानों के हक में आवाज बुलंद की।
कैमूर: किसानों की समस्या को लेकर भारतीय यूनियन के नेता राकेश टिकैत द्वारा कैमूर में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। यहां उन्होंने किसानों के हक में आवाज बुलंद की। राकेश टिकैत और पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह भारतमाला एक्सप्रेस वे के तहत किसानों के जा रहे जमीन का मुआवजा को लेकर हो रहे आंदोलन में शामिल हुए।
"बिहार में 17 सालों से बेईमानों की सरकार है"
दरअसल कैमूर जिले के 5 प्रखंडों के 50 गांव के किसान इस एक्सप्रेस वे से प्रभावित हो रहे हैं। उन किसानों की आवाज उठाने के लिए राकेश टिकैत और सुधाकर सिंह पहुंचे थे। इस दौरान सुधाकर सिंह ने कहा कि राकेश टिकैत ने देश के प्रधानमंत्री को किसानों के मुद्दे पर घुटने पर लाने का काम किया था। बिहार में 17 सालों से बेईमानों की सरकार है। सुधाकर सिंह ने कहा कि बिहार में कोई ऑफिस नहीं है जहां बिना घूस दिए काम होता है। किसान नेता सुधाकर सिंह ने कहा कि एक समय था कि कैमूर आना अधिकारियों के लिए कालापानी की सजा की तरह था, लेकिन अब भ्रष्ट अधिकारी यहां 1 करोड़ रुपए देकर कैमूर आना चाहते हैं।
"पटना की सड़कों पर चलेगा ट्रैक्टर"
वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि राज्य में मंडी कानून लागू होगा नहीं तो पटना की सड़कों पर भी ट्रैक्टर चलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के जमीन को औने -पौने दाम पर खरीद कर उन्हें मजदूर बनाना चाहती है। किसान अपनी जमीन नहीं बेचेंगे फसलों को बेचकर ही हम लोग अपना काम चलाएंगे। टिकैत ने कहा कि अगर किसानों की मांग नहीं मानी गई तो आंदोलन तेज होगा।