Edited By Nitika, Updated: 13 Oct, 2021 01:03 PM
देशभर में कोयले की कमी के कारण बिजली का संकट गहराने लगा है। इसका असर बिहार में भी देखने को मिल रहा है। केंद्र ने बिहार को भी 1300 मेगावाट बिजली कम दी है, जिसके चलते उत्तर-पूर्वी बिहार के 9 जिलों में मांग से कम आपूर्ति हुई है। वहीं 6 जिलों में कई...
पटनाः देशभर में कोयले की कमी के कारण बिजली का संकट गहराने लगा है। इसका असर बिहार में भी देखने को मिल रहा है। केंद्र ने बिहार को भी 1300 मेगावाट बिजली कम दी है, जिसके चलते उत्तर-पूर्वी बिहार के 9 जिलों में मांग से कम आपूर्ति हुई है। वहीं 6 जिलों में कई घंटों तक बिजली की कटौती हो रही है।
दरअसल, बिहार को केंद्रीय कोटे से मिलने वाले बिजली की आपूर्ति में भारी कटौती हुई है। केंद्र से बिहार को 4500 मेगावाट मिलती है, लेकिन 3200 मेगावाट ही मिली है। इसकी वजह से छोटे शहरों में कई घंटों तक बिजली बाधित हो रही है। वहीं जिन जिलों में बिजली की कटौती हुई है, उसमें औरंगाबाद , बक्सर, सारण, गोपालगंज, गया और जहानाबाद शामिल हैं।
बता दें कि सहरसा को 50 की जगह 35 मेगावाट, मधेपुरा को 100 के बदले 80 मेगावाट, कटिहार को 120 के बदले 100 मेगावाट, किशनगंज को 60 के बदले 20 मेगावाट, पूर्णिया को 150 के बदले 110 मेगावाट, लखीसराय को 25 के बदले 20 मेगावाट, खगड़िया को 40 के बदले 15 मेगावाट, मुंगेर को 90 के बदले 70 मेगावाट और बांका को 100 के बदले 75 मेगावाट बिजली मिली है।