Edited By Ramanjot, Updated: 22 Jun, 2023 02:26 PM

मांझी ने अमित शाह के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, "आज से हम राजग के सहयोगी हैं। हम राजग को समर्थन देने के लिए सहमत हो गए हैं और राजग भी हमारे साथ रहने के लिए तैयार है। हमने आज इसी पर चर्चा की।" यह पूछे जाने पर कि क्या बैठक में 2024 के लोकसभा...
नई दिल्ली/पटनाः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात के बाद हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होने की घोषणा की। बिहार में कांग्रेस, राजद और जद (यू) की महागठबंधन सरकार से 'हम' के सोमवार को समर्थन वापस लेने के दो दिन बाद उन्होंने यह कदम उठाया गया है।
"राजग भी हमारे साथ रहने के लिए तैयार"
मांझी ने अमित शाह के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, "आज से हम राजग के सहयोगी हैं। हम राजग को समर्थन देने के लिए सहमत हो गए हैं और राजग भी हमारे साथ रहने के लिए तैयार है। हमने आज इसी पर चर्चा की।" यह पूछे जाने पर कि क्या बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में सीटों के बंटवारे का मुद्दा उठा, उन्होंने कहा कि समय आने पर ऐसी कोई भी चर्चा होगी। उन्होंने कहा, "फिलहाल हम राजग के साथ चलने पर सहमत हुए हैं और राजग भी हमारे साथ चलने को तैयार हो गया है। बैठक में हमने केवल इसी पर चर्चा की। मांझी ने अपने बेटे संतोष कुमार सुमन के साथ शाह से मुलाकात की। इस दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय भी उपस्थित थे। राय बिहार के उजियारपुर से सांसद हैं।
हम राजग के साथ रहेंगे: संतोष सुमन
शाह से मुलाकात के बाद सुमन ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मुलाकात हुई है और बहुत अच्छे वातावरण में बातें हुई हैं। सभी मुद्दों पर बात करने के बाद एक सहमति बनी है। हम निश्चित रूप से साथ चलने को तैयार हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘आज हमने सहमति जता दी है कि हम राजग के साथ रहेंगे। आने वाले समय में चर्चा होगी कि हम कितने सीटों पर लड़ेंगे।'' ज्ञात हो कि हम ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। उनके इस कदम के बाद से उनके राजग में शामिल होने की चर्चा जोरों पर थी। बिहार विधानसभा में ‘हम' के मांझी सहित चार विधायक हैं । बिहार विधान परिषद के सदस्य सुमन ने एक सप्ताह पहले राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। मांझी ने आरोप लगाया था कि नीतीश कुमार उनकी पार्टी का जनता दल (यूनाइटेड) में विलय करने का दबाव डाल रहे थे।