Edited By Ramanjot, Updated: 11 May, 2025 10:08 AM
केआईवाईजी 2025 में वेटलिफ्टिंग की शुरुआत धमाकेदार रही। ओडिशा के हर्षवर्धन साहू और ज्योत्सना सबर ने शनिवार को राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में हुए वेटलिफ्टिंग मुकाबलों में स्वर्ण पदक जीतते हुए अपनी विश्व स्तरीय प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
पटना: केआईवाईजी 2025 में वेटलिफ्टिंग की शुरुआत धमाकेदार रही। ओडिशा के हर्षवर्धन साहू और ज्योत्सना सबर ने शनिवार को राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में हुए वेटलिफ्टिंग मुकाबलों में स्वर्ण पदक जीतते हुए अपनी विश्व स्तरीय प्रतिभा का प्रदर्शन किया। दोनों खिलाड़ियों ने हाल ही में पेरू के लीमा में आयोजित वर्ल्ड यूथ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भारत के लिए पदक जीते थे।
गंजाम जिले के रहने वाले और 22 मई को 16 वर्ष के होने जा रहे हर्षवर्धन साहू ने 49 किलोग्राम बॉयज वर्ग में क्लीन एंड जर्क और कुल भार में दो राष्ट्रीय यूथ रिकॉर्ड बना डाले। उन्होंने स्नैच में 88 किलोग्राम, क्लीन एंड जर्क में 115 किलोग्राम उठाया और कुल 203 किलोग्राम के साथ नया रिकॉर्ड बनाया। यह रिकॉर्ड इससे पहले झारखंड के बाबूलाल हेंब्रम के नाम था।
गजपति जिले की 16 वर्षीय ज्योत्सना सबर, जो हाल ही में एशियन चैंपियन बनी हैं और वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप में तीन पदकों की हैट्रिक लगा चुकी हैं, ने भी 40 किलोग्राम वर्ग में ओडिशा के लिए स्वर्ण जीतकर अपना दबदबा कायम रखा।
शाम को महाराष्ट्र की अस्मिता धोने और उत्तर प्रदेश की मानसी चामुंडा ने गर्ल्स 49 किलोग्राम वर्ग में स्नैच, क्लीन एंड जर्क और टोटल में राष्ट्रीय यूथ रिकॉर्ड बनाए। स्नैच में मानसी चामुंडा ने 75 किलोग्राम उठाकर रिकॉर्ड बनाया, लेकिन क्लीन एंड जर्क में अस्मिता धोने ने 91 किलोग्राम से शुरुआत करते हुए 95 और फिर 97 किलोग्राम उठाकर दो नए रिकॉर्ड कायम किए। साथ ही उन्होंने कुल भार में भी नया रिकॉर्ड बनाया।
शनिवार को महाराष्ट्र की आकांक्षा किशोर व्यवहारे ने वेटलिफ्टिंग में गोल्ड जीतते हुए खाता खोला था, इससे पहले काव्या भट्ट ने टेबल टेनिस में सिंगल्स गोल्ड जीतकर महाराष्ट्र को बढ़त दिलाई थी। कुल 27 स्वर्ण, 21 रजत और 24 कांस्य पदकों के साथ महाराष्ट्र 72 पदकों के साथ तालिका में शीर्ष स्थान पर है। यह संख्या दूसरे नंबर की टीम कर्नाटक से लगभग दोगुनी है।
पंजाब ने भी हरजीज सिंह अटवाल और रिशम कौर गुरोन के स्कीट शूटिंग में गोल्ड जीतने से 6 स्वर्ण के साथ पांचवें स्थान पर जगह बनाई है, जो राजस्थान और मध्य प्रदेश के बाद है। पंजाब के पास तमिलनाडु, हरियाणा और मणिपुर जितने स्वर्ण हैं, लेकिन अधिक रजत पदकों की वजह से वह उनसे ऊपर है।
दिल्ली और असम ने भी शनिवार को एक-एक स्वर्ण पदक जीता। दिल्ली की 25 मीटर पिस्टल शूटिंग में नाम्या कपूर ने मध्यप्रदेश की अंजलि भागवत को एक अंक से हराकर जीत दर्ज की। असम के प्रियानुज भट्टाचार्य ने बॉयज सिंगल्स फाइनल जीतकर राज्य के लिए स्वर्ण लाया।
मेजबान बिहार को सेपक टकरॉ में दो फाइनल गंवाने पड़े। लड़कियों के डबल्स फाइनल में बिहार ने निर्णायक सेट में 11-4 की बढ़त बना ली थी लेकिन नागालैंड की टीम ने 15-7, 11-15, 13-15 से मैच पलटते हुए गोल्ड जीत लिया।
लड़कों के डबल्स फाइनल में असम ने पहला सेट 15-9 से जीतने के बाद बिहार के संघर्ष के बावजूद दूसरा सेट 17-15 से जीतकर गोल्ड अपने नाम किया। बिहार ने दो मैच पॉइंट बचाए लेकिन तीसरे पर असम ने जीत दर्ज की।
फिलहाल बिहार ने कुल 19 पदक (3 स्वर्ण, 8 रजत, 8 कांस्य) जीतकर अपने आप को टॉप हाफ में शामिल कर लिया है। शनिवार को कुल 13 स्वर्ण पदकों की दौड़ में, कर्नाटक को अपने सबसे सफल खेल, तैराकी के समाप्त हो जाने के बाद राहत मिली जब नरन प्रणव वनीता सुरेश ने 10 मीटर एयर राइफल में एक अंक की बढ़त से स्वर्ण पदक जीतकर महाराष्ट्र के पार्थ माने को पछाड़ दिया।
दिन का सबसे बड़ा पल हर्षवर्धन साहू का तीसरा क्लीन एंड जर्क लिफ्ट रहा, जिसने उन्हें एक साथ दो नेशनल यूथ रिकॉर्ड दिलाए — और संभवतः अब तक के खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 बिहार का सबसे यादगार क्षण बन गया।