Edited By Swati Sharma, Updated: 04 Oct, 2023 04:53 PM

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी का ने बड़ा बयान दिया है। जीतन राम मांझी ने जाति आधारित गणना के सर्वे रिपोर्ट पर कहा कि 1931 में यादवों की संख्या 4% थी तो 2022 में यादवों की संख्या 14% कैसे हो गई। साथ ही...
पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी का ने बड़ा बयान दिया है। जीतन राम मांझी ने जाति आधारित गणना के सर्वे रिपोर्ट पर कहा कि 1931 में यादवों की संख्या 4% थी तो 2022 में यादवों की संख्या 14% कैसे हो गई। साथ ही साथ जीतन राम मांझी ने कहा कि जब यादवों की संख्या बढ़ गई तो अन्य जातियों की संख्या घट क्यों गई।
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने जाति आधारित सर्वे के आंकड़े सार्वजनिक कर दिए हैं। बिहार सरकार की तरफ से बिहार जाति आधारित गणना में कुल आबादी 13 करोड़ 7 लाख 25 हजार 310 बताई गई है। इस जनगणना के मुताबिक, पिछड़ा वर्ग के पास जनगणना का 27 फीसदी हिस्सा है और अत्यंत पिछड़ा वर्ग की आबादी 36 फीसदी है।