Edited By Umakant yadav, Updated: 21 Mar, 2021 08:04 PM

बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं सांसद सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि इमरजेंसी भारतीय लोकतंत्र पर लगा एक ऐसा बदनुमा दाग है कि अब कोई भी राजनेता तानाशाह बनने और फिर से देश में आपातकाल लगाने की हिम्मत नहीं कर सकता है।
पटना: बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं सांसद सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि इमरजेंसी भारतीय लोकतंत्र पर लगा एक ऐसा बदनुमा दाग है कि अब कोई भी राजनेता तानाशाह बनने और फिर से देश में आपातकाल लगाने की हिम्मत नहीं कर सकता है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) वरिष्ठ नेता मोदी ने इमरजेंसी हटने (21 मार्च,1977) की 44 वीं वर्षगांठ पर रविवार को कहा कि इमरजेंसी भारतीय लोकतंत्र पर लगा एक ऐसा बदनुमा दाग है कि अब कोई भी राजनेता तानाशाह बनने और फिर से देश में आपातकाल लगाने की हिम्मत नहीं कर सकता है।
मोदी ने कहा कि 46 साल पहले 25 जून 1975 की आधी रात को इंदिरा गांधी द्वारा आपातकाल की घोषणा की गई, जो 21 मार्च 1977 तक लगी रही। स्वतंत्र भारत के इतिहास में वह सबसे काला दिन था। आपातकाल में चुनाव स्थगित हो गए थे। पूरे देश को जेलखाने में तब्दील कर दिया गया था। तमाम नागरिक अधिकारों को निरस्त कर राजनीतिक कार्यकर्ताओं से लेकर सरकार के खिलाफ मुंह खोलने वाले आम नागरिकों तक पर जुल्म ढाये गए। जेपी से लेकर अटल, आडवाणी और सभी बड़े विपक्षी नेताओं को जेल में बंद कर दिया गया था।