Edited By Swati Sharma, Updated: 21 Jan, 2023 04:47 PM

मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जेपी नड्डा भी कुछ दिन पहले बिहार दौरे पर आए थे। इससे कुछ नहीं होने वाला है। पूरा बीजेपी भी बिहार आ जाए तो भी एक भी सीट नहीं निकाल सकती है। बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व को 40 सीटों पर डर दिखने लगा है, इसीलिए बेचैनी बढ़ती...
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): देश के गृह मंत्री अमित शाह 22 फरवरी को बिहार दौरे पर आ रहे हैं। इसको लेकर अभी से ही सियासत तेज हो गई है। अमित शाह के आगमन पर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने तंज कसते हुए कहा कि जब से बीजेपी सरकार से बेदखल हुई है तब से बीजेपी नेतृत्व की फोकस पूरी तरीके से बिहार पर हो गई है और तभी से अमित शाह का बिहार में दौरा बढ़ गया है।
शाह का नाम सुनते ही महागठबंधन के नेताओं में बेचैनी दिखने लगती हैः BJP
मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जेपी नड्डा भी कुछ दिन पहले बिहार दौरे पर आए थे। इससे कुछ नहीं होने वाला है। पूरा बीजेपी भी बिहार आ जाए तो भी एक भी सीट नहीं निकाल सकती है। बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व को 40 सीटों पर डर दिखने लगा है, इसीलिए बेचैनी बढ़ती दिखाई दे रही है। राजद के बयान के बाद भाजपा ने भी हमला बोला है। भाजपा प्रवक्ता रामसागर सिंह ने कहा है कि अमित शाह का नाम सुनते ही महागठबंधन के नेताओं में बेचैनी क्यों दिखने लगती है। अमित शाह के नाम से आतंकवादी कांपते हैं, उग्रवादी कांपते हैं और भ्रष्टाचारी कांपते हैं यह लोग इन लोगों के पोषक हैं। इसीलिए ऐसी बेचैनी बढ़ जाती है, यह लोग अमित शाह का नाम सुनते ही बेचैन हो जाते हैं।
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा की सबसे बड़ी चुनौती बिहार और महाराष्ट्र ही है। इसलिए भाजपा अभी से ही मिशन 2024 को लेकर जुट गई है। अब देखना होगा कि भाजपा जदयू के अलग होने के बाद बिहार में अपनी सीटों को कहां तक बचा पाती है।