Edited By Ramanjot, Updated: 27 Dec, 2022 10:58 AM

प्रशांत किशोर ने सोमवार को पूर्वी चंपारण जिले के मधुबन के तालिमपुर गांव में जन सुराज पदयात्रा के 86 वें दिन जनसभा को संबोधित करते हुए लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि पिछले 30 साल से बिहार में नागनाथ और सांपनाथ की सरकार...
पटनाः बिहार में जन सुराज की संकल्पना के साथ अपने लिए राजनीतिक जमीन तलाशने निकले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद के अध्यक्ष लालू यादव की ओर इशारा करते हुए कहा कि राज्य की जनता के पास अभी दो ही राजनीतिक विकल्प ‘नागनाथ और सांपनाथ' हैं लेकिन इसके खिलाफ एक मजबूत विकल्प उसे तभी मिलेगा जब वह खुद (जनता) इसके लिए पहल करेगी।
"बिहार में चल रही नागनाथ और सांपनाथ की सरकार"
प्रशांत किशोर ने सोमवार को पूर्वी चंपारण जिले के मधुबन के तालिमपुर गांव में जन सुराज पदयात्रा के 86 वें दिन जनसभा को संबोधित करते हुए लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि पिछले 30 साल से बिहार में नागनाथ और सांपनाथ की सरकार चल रही है। राज्य की जनता के पास बस दो ही विकल्प नागनाथ और सांपनाथ रह गया है लेकिन अब प्रदेश की जनता को साथ मिलकर नया विकल्प खोजना पड़ेगा।
"बिहार में दल बनाने की प्रक्रिया है"
देश के कई प्रमुख दलों के लिए अब तक चुनावी रणनीति बनाने वाले प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में दल बनाने की प्रक्रिया है कि जो आदमी राजनीति में आता है वो दल बना लेता है और खुद उस दल का नेता बन जाता है। उसके बाद अगला नेता अपने बेटा को बना देता है। आम जनता पूरी जिंदगी झंडा लेकर घूमती है और उसके हाथ कुछ नहीं लगता है।
किशोर ने कहा कि बिहार में शराबबंदी के लागू होने से हर साल जनता का 20 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। बिहार की जनता का यह पैसा उन भ्रष्ट पुलिसवालों और अफसरों की जेब में जा रहा है जो घर-घर होम डिलीवरी करवा रहे हैं। उन्होंने कहा, 'हम आपको नीतीश कुमार, लालू यादव और मोदी जी का उदाहरण देने नहीं आए हैं। हम यहां आपको यह बताने आए हैं कि बबूल का खेती करेंगे तो उस पेड़ से आम नहीं मिलेगा।'