Edited By Swati Sharma, Updated: 18 May, 2023 05:56 PM

दरअसल, हर वर्ष मुजफ्फरपुर की शाही लीची देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को भेजी जाती हैं। इसके लिए बागान से उन्नत किस्म की लीची को तोड़कर लाया जाता है और फिर इसे बेहतर तरीके से प्रोसेसिंग के तहत बेहतरीन फलों को छांटा जाता है। इसमें से जो सबसे अच्छे...
मुजफ्फरपुरः हर वर्ष की तरह इस बार भी बिहार के मुजफ्फरपुर की शाही लीची देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) सहित कई गणमान्य लोगों को भेजी जाएंगी। बताया जा रहा है कि इस साल करीब एक हजार पेटी लीची दिल्ली भेजने की योजना बनाई गई हैं।

जून महीने में भेजी जाएंगी शाही लीची
दरअसल, हर वर्ष मुजफ्फरपुर की शाही लीची देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को भेजी जाती हैं। इसके लिए बागान से उन्नत किस्म की लीची को तोड़कर लाया जाता है और फिर इसे बेहतर तरीके से प्रोसेसिंग के तहत बेहतरीन फलों को छांटा जाता है। इसमें से जो सबसे अच्छे फल निकलकर आते हैं उसे पीएमओ के लिए भेजा जाता है। बताया जाता है कि वहीं मुजफ्फरपुर के कांटी, मीनापुर, मुसहरी और बोचहां प्रखंड क्षेत्र के लीची बगानों से पुष्ट, रसीली और गुद्दे वाली शाही लीची की तलाश शुरू कर दी गई है। इस साल करीब एक हजार पेटी लीची भेजने की योजना बनाई गई है। जून के प्रथम सप्ताह में मुजफ्फरपुर की शाही लीची दिल्ली भेजने के लिए तैयारी प्रारंभ कर दी गई है।

दिल्ली स्थित बिहार भवन भेजी जाएंगी 1000 पेटी लीची
अधिकारियों के अनुसार, मुजफ्फरपुर से शाही लीची पहले दिल्ली स्थित बिहार भवन भेजा जाएगा, जहां से माननीयों के घरों तक लीची पहुंचाई जाएगी। इसे लेकर मंगलवार को मुजफ्फरपुर लीची टास्क फोर्स की बैठक की गई। बैठक में एक टीम का गठन किया गया है।। इस दौरान उप विकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी ने कहा कि जिले के विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित लोगों की एक कमेटी बनाई गई है। अच्छी बागवानी, जिसमें अच्छे फल लगे होंगे, उन्हें चिन्हित कर उसकी तुड़ाई की जाएगी। उसके बाद करीब 1000 पेटी लीची दिल्ली स्थित बिहार भवन भेजा जाएगा।
