Edited By Khushi, Updated: 18 Feb, 2023 04:49 PM

शिक्षा है अनमोल रतन, पढ़ने का सब करो जतन, सुन लो पापा विनती हमारी पढ़ने की है उम्र हमारी। बिहार के बांका जिले में एक महिला ने शिक्षा के लिए साहस दिखा कर मिसाल कायम कर दी है जहां परीक्षा देने आई महिला को प्रसव पीड़ा हो गई
बांका (अभिषेक कुमार सिंह): शिक्षा है अनमोल रतन, पढ़ने का सब करो जतन, सुन लो पापा विनती हमारी पढ़ने की है उम्र हमारी। बिहार के बांका जिले में एक महिला ने शिक्षा के लिए साहस दिखा कर मिसाल कायम कर दी है जहां परीक्षा देने आई महिला को प्रसव पीड़ा हो गई, जिसके बाद एक बच्चे को जन्म देने के बाद भी वह 10वीं की परीक्षा देने पहुंच गई।
डिलीवरी के बाद भी रुकमणी ने दी परीक्षा
मामला जिले के चान्दन एमएमकेजी इंटर कॉलेज का है। बताया जा रहा है कि अंबेडकर आवासीय हाई स्कूल कटोरिया की 22 वर्षीय छात्रा रुकमणी कुमारी 10वीं की परीक्षा देने पहुंची थी। परीक्षा के 2 घंटा पहले उसे प्रसव पीड़ा हो गई। आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया जहां उसने एक बेटे को जन्म दिया। इसके बाद रुकमणी परीक्षा देने के लिए जिद पर अड़ी रही।
रुकमणी पर हो रहा गर्व महसूस
इस दौरान डॉक्टर और परिजनों ने उसे काफी समझाया, लेकिन रुकमणी नहीं मानी और अस्पताल से सीधे वह विज्ञान की परीक्षा देने पहुंची और परीक्षा दे भी दी। वहीं, रुक्मिणी ने मुश्किल समय में भी शिक्षा के महत्व पर एक उदाहरण स्थापित किया है। हर तरफ रुकमणी की तारीफ हो रही है। उधर, रुकमणी मां बन कर गर्व महसूस कर रही है।