Edited By Ramanjot, Updated: 19 Dec, 2024 05:59 PM
इस पहल का उद्देश्य अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्रों को तकनीकी शिक्षा में दक्ष बनाना और उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना है। इस पाठ्यक्रम के तहत 05 प्रमुख मॉड्यूल फीचर लर्निंग, पैराडाइम ऑफ लर्निंग, बेसिक एल्गोरिदम,...
Bihar News: अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास के स्कूल कनेक्ट प्रोग्राम से जुड़ने के लिए साझेदारी की। इस साझेदारी के तहत, राज्य के 17 डॉ. भीमराव अंबेडकर आवासीय विद्यालयों में छात्रों को डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का 8 सप्ताह का प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम कराया जाएगा। पाठ्यक्रम की शुरुआत 6 जनवरी 2025 से होगी।
इस पहल का उद्देश्य अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्रों को तकनीकी शिक्षा में दक्ष बनाना और उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना है। इस पाठ्यक्रम के तहत 05 प्रमुख मॉड्यूल फीचर लर्निंग, पैराडाइम ऑफ लर्निंग, बेसिक एल्गोरिदम, सिक्वेंसियल डिज़ाइन मेकिंग एवं रिस्पॉन्सिबल एवं एथिकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संबंधित पाठ्यक्रम की जानकारी दी जाएगी। आईआईटी मद्रास इस पाठ्यक्रम के लिए तकनीकी सहयोग, विशेषज्ञता और शिक्षण सामग्री प्रदान करेगा। कोर्स पूरा करने वाले छात्रों को प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे, जो उनके तकनीकी कौशल को मान्यता देंगे।
अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग की इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्रों को उन्नत तकनीकी ज्ञान सुलभ हो। यह कार्यक्रम छात्रों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करेगा और उन्हें डेटा साइंस और ए.आई जैसे उभरते क्षेत्रों में करियर बनाने में मदद करेगा। आईआईटी मद्रास न केवल पाठ्यक्रम को संचालित करेगा, बल्कि छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने के लिए इंटरएक्टिव सत्र भी आयोजित करेगा।