Edited By Swati Sharma, Updated: 09 Dec, 2023 02:03 PM

आरजेडी के विधायक और पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की होने वाले बैठक से नाउम्मीद जाहिर की है। सुधाकर सिंह ने कहा कि अमित शाह के अध्यक्षता में जो बैठक होगी, इससे मुझे बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं है। क्योंकि 10 साल मोदी जी की...
पटना: आरजेडी के विधायक और पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की होने वाले बैठक से नाउम्मीदी जाहिर की है। सुधाकर सिंह ने कहा कि अमित शाह के अध्यक्षता में जो बैठक होगी, इससे मुझे बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं है। क्योंकि 10 साल मोदी जी की सरकार में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक हुई, लेकिन बिहार के लिए अभी तक कुछ नहीं किया गया है। बिहार का विकास जो होना चाहिए उस पर कभी केंद्र सरकार ने ध्यान नहीं दिया है।
"इस बैठक से हम विशेष उम्मीद नहीं कर रहे"
सुधाकर सिंह ने कहा कि अहमदाबाद से मुंबई के लिए बुलेट ट्रेन चलाने का काम किया जा रहा है। जिसमें डेढ़ लाख करोड़ खर्च किए जा रहे हैं। परंतु काफी लंबे समय से कोसी डैम की मांग की जा रही है, जिसमें लगभग एक लाख करोड़ खर्च होंगे, परंतु आज तक इस पर कभी चर्चा नहीं की गई है। इसलिए इस बैठक से हम विशेष उम्मीद नहीं कर रहे हैं। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग पर सुधाकर सिंह ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग 2002 से तत्कालीन मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने किया और आज 21 साल से यह मांग लगातार उठ रही है। उन्होंने कहा कि अगर कोई कानून विशेष राज्य के दर्जे में बाधा बन रहा है तो विशेष सहायता में तो कोई दिक्कत नहीं है, उसको तो दिया जा सकता है।
"अगर बिहार को विशेष सहायता मिलती तो..."
पूर्व कृषि मंत्री ने कहा कि अगर बिहार को विशेष सहायता मिलती है तो बिहार में एजुकेशन सिस्टम, शहरीकरण सिस्टम, कोसी परियोजना अस्पताल जैसे मूलभूत सुविधा पर काम किया जा सकता है। लेकिन केंद्र सरकार बिहार और पूर्वोत्तर राज्यों पर कभी ध्यान नहीं देने वाली है। वहीं तीन राज्यों में बीजेपी की जीत पर सुधाकर सिंह ने कहा कि यह अलग बात है कि तीनों जगह पर बीजेपी की जीत हुई है, लेकिन कांग्रेस का जनाधार में कमी नहीं हुआ है। उसके वोट प्रतिशत में ज्यादा कमी नहीं हुई है, इसलिए हार जीत कोई मायने नहीं रखते हैं। उनका जनाधार अभी भी कायम है। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को पटना में आयोजित पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की एक बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें विभिन्न प्रकार के मोटा अनाज के लिए न्यूनतम दाम, बुनियादी ढांचे के निर्माण और जल वितरण जैसे मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।