Edited By Khushi, Updated: 19 Dec, 2024 04:49 PM
झारखंड के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बन्ना गुप्ता ने अमित शाह द्वारा बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर पर की गई अपमानजनक टिप्पणी की कड़ी आलोचना की हैं। पूर्व मंत्री गुप्ता ने कहा कि देश के संविधान को बदलने को आतुर भाजपा ने साबित कर दिया कि वो...
रांची: झारखंड के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बन्ना गुप्ता ने अमित शाह द्वारा बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर पर की गई अपमानजनक टिप्पणी की कड़ी आलोचना की हैं। पूर्व मंत्री गुप्ता ने कहा कि देश के संविधान को बदलने को आतुर भाजपा ने साबित कर दिया कि वो संविधान को नहीं मानती और संविधान बदलने के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं।
बन्ना गुप्ता ने कहा कि पूर्व भाजपा अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सिर्फ बाबा साहब अम्बेडकर का अपमान नहीं किया देश के संविधान निर्माता और एक महान पुरुष का भी अपमान किया हैं। उन्होंने कहा कि अमित शाह के बयान से भाजपा कि दलित और पिछड़ा विरोधी नीति का सच सामने आ गया हैं। बाबा साहब अंबेडकर ने सिर्फ संविधान का निर्माण नहीं किया बल्कि हर शोषित, वंचित और गरीबों के लिए भी देश में भूमिका और हिस्सेदारी तय की।
बन्ना गुप्ता ने कहा कि अंबेडकर ने हर जाति और धर्म को सम्मान दिलाया, उन्होंने देश को सामाजिक एकता एवं समरसता के सूत्र में पिरोया, लेकिन देश को बांंटने वाली, गंगा- जमुना मजहबी संस्कृति को खत्म करने को आतुर भाजपा ने बाबा साहब का अपमान कर पूरे देश की संवैधानिक व्यवस्था का अपमान करने का कार्य किया हैं जिससे भाजपा की पिछड़ा और दलित विरोधी सोच सामने नजर आ रही हैं। गुप्ता ने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा के सामने अमित शाह को खड़े होकर माफ़ी मांगना चाहिए और अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।
दरअशल, आरोप है कि अमित शाह अपने भाषण के दौरान डॉ बीआर आंबेडकर की विरासत पर बोल रहे थे और उन्होंने इस दौरान कहा कि 'आजकल आंबेडकर का नाम लेना एक फ़ैशन बन गया है।' विपक्ष का कहना है कि अमित शाह ने कहा था, "अब ये एक फ़ैशन हो गया है। आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर… इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।"