Edited By Harman, Updated: 12 Dec, 2024 01:06 PM
जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा परिणाम रद्द की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज से बीजेपी भड़क गई है। एनडीए नेता लगातार इस मुद्दे को लेकर हेमंत सरकार को घेर रहे है। वहीं चंपई सोरेन ने छात्रों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर वर्तमान झारखंड सरकार पर...
रांची: जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा परिणाम रद्द की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज से बीजेपी भड़क गई है। एनडीए नेता लगातार इस मुद्दे को लेकर हेमंत सरकार को घेर रहे है। वहीं चंपई सोरेन ने छात्रों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर वर्तमान झारखंड सरकार पर निशाना साधा है।
चंपई सोरेन ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं और इसी तर्ज पर अपने कार्यकाल की शुरुआत में ही न्याय की माँग कर रहे छात्रों पर लाठी चार्ज कर के सरकार ने अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है। चंपई सोरेन आगे लिखा है हमारा स्पष्ट तौर पर मानना है कि अगर नियुक्ति समेत किसी भी सरकारी प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हों, तो सीबीआई जाँच द्वारा सरकार इस विवाद का सर्वमान्य हल निकाल सकती है।
चंपई सोरेन ने ये भी लिखा कि जिस प्रकार लाठी के दम पर युवाओं के आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा JSSC-CGL परीक्षा में हुई गड़बड़ी के विरोध मंध आंदोलन कर रहे छात्रों के साथ खड़ी है। झारखंड की अगली पीढ़ी के भविष्य के साथ हो रहे इस खिलवाड़ को बर्दास्त नहीं किया जायेगा।
बता दें कि हजारीबाग में जीएसएससी, सीजीएल परीक्षा परिणाम रद्द करने की मांग को लेकर छात्रों ने बीते मंगलवार को जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग-33 को पांच घंटे तक जाम रखा। पुलिस ने जाम हटाने के लिए लाठीचार्ज किया, लेकिन छात्रों ने भी जवाब में पथराव शुरू कर दिया जिससे इस झड़प में कई छात्र और पुलिसकर्मी घायल हो गए। जाम में फंसी कई गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गई। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का आरोप है कि परीक्षा में गड़बड़ी हुई है और वे परिणाम रद्द होने तक आंदोलन जारी रखेंगे। उनका कहना है कि प्रश्न पत्र लीक होने के कारण परिणाम में भारी अनियमितताएं हुई हैं। सीटों की खरीद-फरोख्त हुई है। 1 तारीख को हुई परीक्षा में केवल 82 उम्मीदवार पास हुए। जबकि 22 तारीख की परीक्षा में 2,178 उम्मीदवार सफल हुए।