Edited By Khushi, Updated: 12 Jun, 2025 01:22 PM

रांची: झारखंड में शराब घोटाला मामले में कारोबारी विनय कुमार सिंह के खिलाफ एसीबी की विशेष अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। एसीबी की टीम ने एसीबी की विशेष अदालत में आवेदन देकर विनय कुमार सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने का आग्रह किया था।
रांची: झारखंड में शराब घोटाला मामले में कारोबारी विनय कुमार सिंह के खिलाफ एसीबी की विशेष अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। एसीबी की टीम ने एसीबी की विशेष अदालत में आवेदन देकर विनय कुमार सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने का आग्रह किया था।
दरअसल, एसीबी की ओर से विनय कुमार सिंह को नोटिस करने के बाद भी वह एसीबी के समक्ष उपस्थित नहीं हो रहे थे। विनय सिंह को मामले में अपनी गिरफ्तारी का डर है इसलिए उससे बचने के लिए उन्होंने 29 मई को एसीबी कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है, जिस पर 20 जून को सुनवाई होगी। इस मामले में एसीबी ने अब तक निलंबित आईएएस विनय चौबे सहित 5 को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
उल्लेखनीय है कि 20 मई को विनय चौबे और तत्कालीन संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह को एसीबी की टीम ने किया गिरफ्तार था। 21 मई को पूर्व जीएम फाइनेंस सुधीर कुमार दास, जीएम सुधीर कुमार और कर्मचारी नीरज कुमार सिंह को भी गिरफ्तार किया गया था। इसी मामले में जेल में बंद नीरज कुमार सिंह ने एसीबी कोर्ट से जमानत की गुहार लगाई है। बीते 21 मई को उसे एसीबी की टीम ने गिरफ्तार किया था, इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया था। नीरज कुमार सिंह प्लेसमेंट एजेंसी का कर्मचारी है। मामले में निलंबित आईएएस विनय चौबे सहित पांच आरोपित की गिरफ्तारी हुई है। छत्तीसगढ़ के मॉडल को अपनाकर झारखंड में शराब नीति बनाई गई थी, यह वर्ष 2022 में लागू हुआ था। फर्जी बैंक गारंटी पर दो प्लेसमेंट एजेंसी को काम दी गई थी। होलोग्राम बनाने वाली कंपनी हो या मैन पावर सप्लाई करने वाली कंपनी हो या फिर थोक शराब का ठेका लेने वाली कंपनी हो सभी की इसमें संदिग्ध भूमिका बताई गई है।